आईपीएल (IPL) में राजस्थान और बेंगलुरु के मैच में राजस्थान ने बेंगलुरु के आगे 150 का लक्ष्य रखा. राजस्थान ने 20 ओवर में 9 विकेट पर 149 रन बनाए. जवाब में बेंगलुरु ने तीन विकेट खोकर लक्ष्य प्राप्त कर लिया. अब राजस्थान के लिए प्लेआफ की राह मुश्किल हो गई है, जबकि आरसीबी अब प्लेआफ में पहुंचने की कगार पर है. प्लेआफ में पहुंचने के लिए राजस्थान के लिए यह मुकाबला जीतना जरूरी था. अब राजस्थान के बेंगलुरु से यह मुकाबला हारने के बाद प्लेआफ की राह मुश्किल हो गई. अगर दोनों टीमों के बीच हेड टू हेड बात करें तो आईपीएल में इस मैच से पहले दोनों टीमें 24 बार आमने-सामने आई थीं. इसमें 11 बार आरसीबी ने मैच जीता है जबकि 10 बार राजस्थान मैच जीती है. 3 बार मैच अनिर्णित रहे.
राजस्थान रॉयल्स की हार के प्रमुख कारण
मध्यक्रम क्रम का लड़खड़ानाः राजस्थान रॉयल्स के ओपनर बल्लेबाजों ने शानदार शुरुआत की थी लेकिन मध्यक्रम बुरी तरह लड़खड़ा गया. लेमरॉर, लिविंगस्टोन, राहुल तेवतिया और रेयान प्रयाग में से कोई भी बल्लेबाज दहाई के आंकड़े पर भी नहीं पहुंच सका. ये राजस्थान की हार का सबसे बड़ा कारण रहा.
जमने के बाद आउट होनाः राजस्थान के दो प्रमुख बल्लेबाज क्रीज पर जमने के बाद पारी को लंबा नहीं खींच सके. यशस्वी जयसवाल 31 रन बनाकर आउट हो गए जबकि संजू सैमसन 19 रन बनाकर आउट हुए.
संजू सैमसन का लंबी पारी नहीं खेल पानाः पिछले मैचों को देखें तो पता चलता है कि राजस्थान की बैटिंग काफी हद तक संजू सैमसन पर निर्भर करती है. बेंगलुरु से मैच में संजू लंबी पारी नहीं खेल सके. ये राजस्थान की बैटिंग का सबसे कमजोर पक्ष रहा.
शुरुआती कैच छोड़नाः 149 का स्कोर बचाने के लिए शुरुआती विकेट निकालना जरूरी था, जिसमें राजस्थान के गेंदबाज असफल रहे. बेंगलुरु के प्रारंभिक बल्लेबाजों कोहली और पडिकल ने खुलकर शॉट खेले. पडिकल का कैच विकेट के पीछे सैमसन ने तब छोड़ दिया जब वह सिर्फ 7 रन के स्कोर पर खेल रहे थे. उन्होंने 22 रन बनाए.
दबाव में बिखरेः प्लेआफ में पहुंचने के लिए राजस्थान को यह मैच जीतना जरूरी था क्योंकि यह मैच हारने से आगे के मैचों के लिए करो या मरो कि स्थिति बन गई है. यह मानसिक दबाव टीम नहीं झेल पाई और प्रदर्शन पर असर पड़ा. ये भी हार का कारण बना.
Source : Sports Desk