IPL 2025 Auction: आईपीएल 2025 मेगा ऑक्शन में ऋषभ पंत 27 करोड़ रुपये में बिके और इसी के साथ वह आईपीएल इतिहास के सबसे महंगे खिलाड़ी बन गए हैं. वहीं, ढ़ेरों खिलाड़ियों को उम्मीद से ज्यादा पैसे मिले और करोड़पति बने. लेकिन, क्या आपको पता है कि करोड़ों में बिकने वाले ये खिलाड़ी भी टैक्स भरते हैं. तो आइए आपको ऑक्शन में बिकने वाले खिलाड़ियों की सैलरी के बारे में बताते हैं.
टैक्स कितना प्रतिशत भरना पड़ता है?
आईपीएल 2025 में आपने कई खिलाड़ियों पर करोड़ों की बोली लगते देखा होगा, लेकिन ये मत सोचिएगा की उन्हें पूरे पैसे मिल जाते हैं. जी हां, इन खिलाड़ियों को टैक्स में मोटी रकम भरनी पड़ती है. जी हां, खबरों की मानें, तो खिलाड़ी को खरीदने वाली फ्रैंचाइजी प्लेयर को पैसे रिलीज करने से पहले टीडीएस (टैक्स डीडक्टेड एट सोर्स) काटती हैं. भारतीय खिलाड़ियों की सैलरी से 10% TDS कटता है और जबकि विदेशी खिलाड़ियों के लिए 20% होती है.
10% सैलरी जाती है बोर्ड के पास
इंडियन प्रीमियर लीग यानी IPL में भारतीय ही नहीं बल्कि दुनियाभर के विदेशी खिलाड़ी हिस्सा लेते हैं. आपको शायद ही मालूम हो कि नीलामी में या फिर रिटेंशन में प्लेयर को जितनी सैलरी मिलती है उसका 10% उनके बोर्ड को मिलता है. यानी जिस देश के खिलाड़ी को जितनी बड़ी रकम मिलेगी, उतना ही उसके बोर्ड को भी फायदा होगा.
कितने हिस्सों में मिलती है सैलरी?
IPL 2025 मेगा ऑक्शन के दौरान जब खिलाड़ियों पर बोली लगेगी, तब ये डिसाइड हो जाएगा कि किस खिलाड़ी को आगामी सीजन के लिए कितनी रकम मिलने वाली है. लेकिन, आपको बता दें कि खिलाड़ियों को एक साथ पूरी रकम नहीं दी जाती है. जी हां, एक साथ ये पैसे ना देकर इसे 3 किस्तों में दिया जाता है. इसका स्ट्रक्चर कुछ इस तरह है:-
पहले मैच के 10 दिनों के अंदर 10% फीस दे दी जाती है.
सीजन के दौरान 60% फीस दी जाती है.
सीजन के अंत के खत्म होने के साथ ही 20% फीस दे दी जाती है.
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