वेलोसिटी (Velocity) की टीम गुरुवार को यहां सवाई मानसिंह स्टेडियम में खेले गए महिला टी-20 चैलेंज मैच में सुपरनोवाज (Supernovas) के हाथों 12 रनों से हार के बावजूद टूर्नामेंट के फाइनल में पहुंचने में सफल रही. फाइनल में वेलोसिटी (Velocity) का सामना सुपरनोवाज (Supernovas) की टीम के साथ ही शनिवार को होगा. मैच में हार के बाद भारत की महिला लेग स्पिनर वेदा कृष्णमूर्ति (Veda Krishnamurthy) ने बीसीसीआई (BCCI) से देश की महिला क्रिकेटरों के लिये दिन रात्रि के और मैच आयोजित करने का अनुरोध किया क्योंकि इससे सिर्फ दर्शक ही आकर्षित नहीं होंगे बल्कि यह भी सुनिश्चित होगा कि खिलाड़ी दूधिया रोशनी में कैच नहीं गिरायें. वेदा कृष्णमूर्ति (Veda Krishnamurthy) की टीम वेलोसिटी (Velocity) को महिला टी20 चैलेंज मैच में गुरूवार को सुपरनोवाज (Supernovas) से 12 रन से हार मिली.
इस 26 साल की गेंदबाज ने कहा कि महिला खिलाड़ी दूधिया रोशनी में खेलने की इतनी आदी नहीं हैं जो उनके क्षेत्ररक्षण में देखने को मिला, विशेषकर कैच लपकने में.
और पढ़ें: पाकिस्तान के पूर्व कप्तान शाहिद अफरीदी ने असल उम्र छुपाने को लेकर दी सफाई, बताया कारण
उन्होंने कहा, 'कैच गिराने के लिये कारण दूधिया रोशनी में नहीं खेलना था. अकादमी के मैदान पर अभ्यास करते हुए हमें गेंद देखने में मुश्किल हो रही थी. इसलिये गेंद को पकड़ना सचमुच काफी मुश्किल था. '
वेदा कृष्णमूर्ति (Veda Krishnamurthy) ने कहा, 'अगर आप देखो तो दूधिया रोशनी में खेलना काफी चुनौतीपूर्ण है क्योंकि इससे पूरा वातावरण बदल जाता है, इसमें दूधिया रोशनी में जो हवा बहती है और जिस तरह से गेंद मैदान पर जाती है, सब शामिल है. इसलिये दिन के मैच से इसमें काफी कुछ अलग हो जाता है. '
वेदा कृष्णमूर्ति (Veda Krishnamurthy) ने बीसीसीआई (BCCI) से आग्रह किया कि दूधिया रोशनी में और अधिक मैच कराये जायें ताकि खिलाड़ी हर तरह के हालात के अनुरूप ढल सकें. महिलाओं के ज्यादातर मैच दिन में आयोजित होते हैं.
उन्होंने कहा, 'मुझे लगता है कि यह काफी अहम है. कम से कम अगर हम शाम में टी20 मैच खेलना शुरू कर दें तो इससे ज्यादा दर्शक मैच देखने पहुंचेंगे. '
युवा भारतीय सलामी बल्लेबाज जेमिमा रोड्रिगेज भी भारतीय टीम की साथी से सहमत थीं.
और पढ़ें: जब 1 रन के अंदर पाकिस्तान ने खोए 5 विकेट, क्लास की हैट्रिक से जीती साउथ अफ्रीका
उन्होंने कहा, 'हमें इसकी शुरूआत अपने घरेलू सत्र से करनी चाहिए. हम दूधिया रोशनी में मुश्किल से कोई मैच खेलते हैं. न्यूजीलैंड और यहां तक कि इंग्लैंड श्रृंखला में मैचों में भी हमारे मैच सुबह होते हें और हमारे घरेलू मैच हमेशा सुबह 10 बजे शुरू होते हैं. '
उन्होंने कहा, 'जब आप सूरज की रोशनी में और दूधिया रोशनी में खेलते हो तो इसमें काफी अंतर होता है. इसलिये मुझे लगता है कि हम जितने ज्यादा घरेलू मैच दूधिया रोशनी में खेलेंगे, हमारे क्षेत्ररक्षण में भी सुधार होगा.'
Source : News Nation Bureau