Women's Premier League 2023: वीमेन्स प्रीमियर लीग (Women's Premier League) को टाइटल स्पॉन्सर मिल गया है. टाटा ग्रुप को टाइटल स्पॉन्सर का अधिकार मिला है. बीसीसीआई सचिव जय शाह (Jay Shah) ने इसकी पुष्टि की है. जय शाह ने एक ट्वीट किया है, इस ट्वीट में उन्होंने लिखा है कि वीमेंस प्रीमियर लीग के पहले सीजन का टाइटल स्पॉन्सर टाटा ग्रुप होगा. ऐसे में महिला आईपीएल को टाटा वीमेन्स प्रीमियर लीग कहा जाएगा. बीसीसीआई ने WPL के लिए पिछले महीने टाइटल स्पॉन्सर के लिए टेंडर मंगाए थे जिसे अब टाटा ने हासिल कर लिए हैं. टाटा ग्रुप (Tata Group) के पास ही आईपीएल की टाइटल स्पॉन्सरशिप भी है. टाटा को यह अधिकार आईपीएल 2022 में मिली थी. बता दें कि वीमेंस प्रीमियर लीग का 4 मार्च से आगाज होना है और इसका फाइनल मैच 26 मार्च को खेला जाएगा.
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टाटा ग्रुप पांच साल के लिए यह अधिकार मिला है. टाटा ग्रुप इस दौरान टाटा मोटर्स और टाटा फाइनेंशियल सर्विस का प्रचार करेगी. बीसीसीआई सचिव जय शाह ने ट्वीट कर लिखा कि हमें यह एलान करते हुए बेहद खुशी हो रही है कि टाटा ग्रुप वीमेंस प्रीमियर लीग के पहले सीजन का टाइटल स्पॉन्सर होगा. साथ ही उन्होंने आगे लिखा है कि हमें पूरा भरोसा है कि वीमेंस प्रीमियर लीग को नई उंचाईयों तक जरूर पहुंचाएंगे.
I am delighted to announce the #TataGroup as the title sponsor of the inaugural #WPL. With their support, we're confident that we can take women's cricket to the next level. @BCCI @BCCIWomen @wplt20 pic.twitter.com/L05vXeDx1j
— Jay Shah (@JayShah) February 21, 2023
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बता दें कि साल 2022 में टाटा ने चाइनीज मोबाइल कंपनी वीवो से आईपीएल की टाइटल स्पॉन्सरशिप ली थी. वीवो ने भारत सरकार की ओर से चाइनीज ऐप्स पर प्रतिबंध लगाए जाने और भारत में चाइनीज सामान का विरोध किए जाने के बीच स्पॉन्सरशिप छोड़ने का फैसला किया था.
WPL से BCCI को कितने मिले पैसे?
वीमेंस प्रीमियर लीग से भी बीसीसीआई को मोटी रकम मिली है. बीसीसीआई ने महिला आईपीएल की ब्रॉडकास्टिंग राइट्स 951 करोड़ रुपये में बेचे थे. देखा जाए तो हर एक मैच के 7.09 करोड़ रुपये की कमाई. यह अधिकार वायकॉम18 ने हासिल किए थे. इसके अलावा बीसीसीआई को तगड़ी कमाई पांच टीमों का मालिकाना हक बेचकर भी हुई थी. उसने 4670 करोड़ रुपये की कमाई की. अदाणी ग्रुप, रिलांयस, डियाजियो, दिल्ली कैपिटल्स और कैपरी ग्लोबल को टीमों के मालिकाना हक मिले. वहीं 13 फरवरी को वीमेंस प्रीमियर लीग के पहले सीजन का ऑक्शन हुआ था जिसमें टीमों ने 59.50 करोड़ रुपये खर्च कर 87 खिलाड़ी लिए थे. ऑक्शन में भारत की स्मृति मान्धना 3.40 करोड़ रुपये के साथ सबसे महंगी खिलाड़ी बनी हैं.