WPL 2023 Wides and No Balls Review: वीमेंस प्रीमियर लीग का आगाज हो चुका है. इस टूर्नामेंट मे अब तक तीन मैच खेले जा चुके हैं. फैंस को वीमेंस प्रीमियर लीग काफी पसंद आ रहा है. वहीं वीमेंस प्रीमियर लीग दुनियाभर की टी20 फ्रेंचाइजी लीग में पहली ऐसी लीग बन गई है, जिसमें वाइड और नो बॉल के लिए भी रिव्यू लिया जा रहा है. बता दें कि इससे पहले अंपायर द्वारा आउट और नॉट आउट देने के मामले में ही कप्तान को रिवयू लेने की इजाजत थी. हालांकि कुल रिव्यू की संख्या नहीं बढ़ाई गई है. यानी जितने रिव्यू (2 डीआरएस) पहले प्रति पारी मिलते थे उतने ही अभी भी मिलेंगे.
वीमेंस प्रीमियर लीग के शुरुआती दो मैचों में वाइड बॉल पर रेव्यू देखने को मिला था. मुंबई इंडियंस और गुजरात जायंट्स के बीच हुए पहले मुकाबले में मुंबई की गेंदबाज साईका इशाक के लेग साइड पर की गई एक बॉल को अंपायर ने वाइड दे दिया था. यहां मुंबई ने रिव्यू लिया और अंपायर को फैसला बदलना पड़ा क्योंकि गेंद बल्लेबाज के ग्लव्स से टकराते हुए निकली थी.
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वहीं वीमेंस प्रीमियर के दूसरे मैच में भी एक ऐसा ही मामला देखने को मिला. इस मैच में भी रिव्यू लिया गया. दरअसल रॉयल चैंलेजर्स की गेंदबाज मेगन शट की एक फूल टॉस गेंद पर दिल्ली कैपिटल्स की जेमिमा रोड्रिगेज ने चौका के लिए बाउंड्री पहुंचा दिया. फिर जेमिमा को लगा यह फूल टॉस गेंद कमर से ऊपर थी, उन्होंने फौरन रिव्यू लिया हालांकि उनका यह फैसला सही साबित नहीं हुआ क्योंकि बॉल ट्रेकिंग में गेंद स्टंप की ओर नीचे आते हुए नजर आ रही थी.
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IPL में भी लागू होगा यह नियम
आईपीएल 2023 का आगाज भी 31 मार्च से होगा. इस टूर्नामेंट में भी वाइड और नो बॉल पर रिव्यू लेने का नियम लागू रहेगा. ऐसे में इस तरह के फैसले से टूर्नामेंट में और रोमांच बढ़ जाएगा. ऐसा होता है कि पारी के आखिरी ओवर में बल्लेबाज ज्यादा से ज्यादा रन बनाने की कोशिश करता है. उसके लिए वह ताबड़तोड़ बल्लेबाजी करना चाहता है. ऐसा में गेंदबाज अक्सर बल्लेबाजी को रन बनाने से रोकने के लिए वाइड लेंथ यॉर्कर जैसी गेंदों का प्रयोग करते हैं और कई मौकों पर यह निर्णायक साबित होती है.