क्रिकेट हो या कबड्डी, या फिर बैडमिंटन हो या बास्केटबॉल या रेस ऐसे कई खेल हैं जिसमें भारतीय खिलाड़ियों ने पहली बार विदेशों में तिरंगा लहराया था। देश को आजाद हुए 71 साल हो गए और इन 71 सालों में कई ऐसे मौके आए जब देश खिलाड़ियों ने भारतीय तिरंगे की शान को अपने खेल से बढ़ाया।
आइए आज जानते हैं देश के ऐसे ही कुछ खिलाड़ियों की कहानी
1. हॉकीः
भारत के खेल में हॉकी की बात की जाए तो भारत ने 15 मार्च 1975 को पाकिस्तान के खिलाफ ऐतिहासिक जीत हासिल की थी। मलेशिया के कुआलालुम्पुर में आयोजित हॉकी विश्व कप में भारत ने पाकिस्तान को 2-1 से हराया था। उस वक्त अजीत पटेल भारतीय टीम के कप्तान थे और असलम शेर खां ने उस जीत में अहम रोल अदा किया था। भारत ने ओलंम्पिक में 8 गोल्ड मेडल जीते थे जोकि अपने आप में एक बड़ी उपलब्धी थी।
जब हॉकी की बात आती है, तो ध्यानचंद के योगदान की बात को भूला नहीं जा सकता। 1936 में बर्लिन ओलंपिक में भारत ने जर्मनी को हराया था। यह मैच हिटलर समेत 40000 से ज्यादा लोगों ने देखा था। जर्मनी की हार को देखते हुए हिटलर नाराज हो गए और उसी वक्त स्टेडियम छोड़ कर चले गए। अगले दिन हिटलर ने ध्यानचंद को मिलने के लिए बुलाया और जर्मन सेना में एक उच्च पद के साथ जर्मन की नागरिकता की पेशकश की लेकिन ध्यानचंद ने विनम्रतापूर्वक मना कर दिया।
Source : News Nation Bureau