Bajrang Punia On WFI Suspension : भारतीय कुश्ती संघ के निलंबिन के बाद संघ के अध्यक्ष संजय सिंह को पद से हटा दिया गया है. दरअसल खेल मंत्रालय ने बढ़ते विवाद के बीच भारतीय कुश्ती महासंघ (WFI) की मान्यता को रद्द करने का फैसला लिया. खेल मंत्रालय के फैसले का पहलवान बजरंग पूनिया ने स्वागत किया है. लेकिन दिग्गज पहलवान बजरंग पूनिया ने कहा है कि जब तक न्याय नहीं मिल जाता, वह पद्मश्री पुरस्कार वापस नहीं लेंगे.
न्यूज एजेंसी पीटीआई के मुताबिक, बजरंग पूनिया ने कहा, 'मैं पद्मश्री वापस नहीं लूंगा. न्याय मिलने के बाद ही मैं इसके बारे में सोचूंगा.' दिग्गज पहलवान ने कहा, 'कोई भी मेडल हमारी बहनों के सम्मान से बड़ा नहीं है. हमें सबसे पहले न्याय मिलना चाहिए.' बता दें कि बजरंग पूनिया ने बृजभूषण शरण सिंह के करीबी माने जाने वाले संजय सिंह के भारतीय कुश्ती महासंघ के अध्यक्ष पद (WFI Chief) पर चुने जाने के विरोध में अपना पद्मश्री लौटा दिया था.
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साक्षी और पूनिया ने नए अध्यक्ष का किया था विरोध
गौरतलब है कि 21 दिसंबर को भारतीय कुश्ती संघ का चुनाव हुआ था. संजय सिंह नए अध्यक्ष बने थे. संजय सिंह पर पूर्व अध्यक्ष बृजभूषण के करीबी होने का आरोप लगाया था. इसके बाद रेसलर साक्षी मलिक ने कुश्ती छोड़ने का ऐलान किया था. वहीं, 22 दिसंबर को बजरंग पुनिया पीएम आवास पर पद्मश्री लौटाने पहुंचे थे. उन्होंने शुक्रवार (22 दिसंबर) को प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी से मिलकर अपना विरोध पत्र सौंपने की कोशिश की थी. हालांकि, पुलिसकर्मियों ने उन्हें दिल्ली के कर्तव्य पथ पर रोक दिया था. इसके बाद बजरंग ने अपना पद्मश्री पदक फुटपाथ पर पत्र के ऊपर रख दिया था.
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