विश्व डोपिंग रोधी एजेंसी (वाडा) ने दिल्ली में स्थित राष्ट्रीय डोप जांच प्रयोगशाला (एनडीटीएल) की मान्यता छह महीने के लिए निलंबित कर दिया था. बता दें कि देश में चल रहे डोपिंग रोधी अभियान के बीच यह कदम उठाया गया था. वाडा ने शुक्रवार को कहा कि निलंबन का यह फैसला 20 अगस्त से प्रभावी हुआ है. वाडा की ओर से साइट देखने के दौरान कई अनियमितताएं पाई गई थीं.
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वाडा की इस कार्रवाई के बाद अब बीसीसीआई ने नेशनल एंटी-डोपिंग एजेंसी (NADA) के डीजी और सीईओ को एक पत्र लिखा है. बीसीसीआई ने अपने पत्र में लैब में एकत्रित किए गए सैंपल की स्थितियों पर चिंता जाहिर की है. बीसीसीआई ने अपने पत्र में नाडा से निवेदन किया है कि इस सस्पेंशन के बाद घरेलू टूर्नामेंट और उसमें हिस्सा ले रहे खिलाड़ियों पर किस तरह का असर होगा." गौरतलब है कि बीसीसीआई ने हाल ही में खिलाड़ियों की डोपिंग जांच के सैंपल्स नाडा के पास जमा कराए थे, जिनकी जांच रिपोर्ट आनी बाकी है.
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बताते चलें कि टोक्यो ओलंपिक के आयोजन में एक वर्ष का भी समय नहीं बचा है. ऐसे में वाडा का यह कदम देश में डोपिंग के खिलाफ चल रहे अभियान के लिए एक बड़ा झटका है. राष्ट्रीय डोपिंग रोधी एजेंसी (नाडा) अब भी नमूने एकत्र कर सकती है, लेकिन उसे एनडीटीएल के निलंबन की अवधि के दौरान नमूनों की जांच देश के बाहर ऐसी प्रयोगशाला से करानी होगी, जो वाडा से मान्यता प्राप्त हो.
Source : न्यूज स्टेट ब्यूरो