Chess Olympiad: अपने तरह के पहले आयोजन में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी (PM Narendra Modi) ने रविवार को चेन्नई में शतरंज ओलंपियाड (Chess olympiad) की मशाल रिले का शुभारंभ किया. इस वर्ष, पहली बार अंतरराष्ट्रीय शतरंज निकाय, FIDE ने शतरंज ओलंपियाड मशाल की स्थापना की है जो ओलंपिक परंपरा का हिस्सा है लेकिन शतरंज ओलंपियाड (Chess olympiad) में कभी नहीं किया गया था. भारत शतरंज ओलंपियाड मशाल रिले रखने वाला पहला देश बन गया है.
उद्घाटन समारोह में वसुधैव कुटुम्बकम के भारतीय मूल्यों को प्रदर्शित किया गया.
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बीसीसीआई (BCCI) के पूर्व अध्यक्ष और खेल मंत्री अनुराग ठाकुर (Anurag Thakur) ने घोषणा की कि यह काफी उत्साहजनक है कि शतरंज ओलंपियाड के लिए पहली मशाल रिले भारत से शुरू होगी. उन्होंने आगे कहा कि मशाल रिले सभी महाद्वीपों में जाने से पहले भारत से शुरू होगी. विशेष रूप से शतरंज की भारतीय जड़ों को और अधिक ऊंचाई तक ले जाने के लिए शतरंज ओलंपियाड के लिए मशाल रिले की यह परंपरा हमेशा भारत में शुरू होगी और मेजबान देश तक पहुंचने से पहले सभी महाद्वीपों में यात्रा करेगी. खेल मंत्री ने कहा, इस 44वें शतरंज ओलंपियाड में 188 देशों के 2000 से ज्यादा खिलाड़ी हिस्सा लेंगे. शतरंज ओलंपियाड में अब तक कोई मशाल रिले नहीं हुआ लेकिन FIDE (अंतरराष्ट्रीय शतरंज महासंघ) ने भारत से पहली बार मशाल रिले करने का निर्णय लिया है.
FIDE के अध्यक्ष अर्कडी ड्वोरकोविच ने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी को मशाल सौंपी, जिन्होंने बदले में इसे ग्रैंडमास्टर विश्वनाथन आनंद (viswanathan anand) को सौंप दिया. इस मशाल को चेन्नई के पास महाबलीपुरम में अंतिम समापन से पहले 40 दिनों की अवधि में 75 शहरों में ले जाया जाएगा. हर स्थान पर प्रदेश के शतरंज महारथियों को मशाल मिलेगी. 44वां शतरंज ओलंपियाड 28 जुलाई से 10 अगस्त 2022 तक चेन्नई (Chennai) में आयोजित किया जाएगा. वर्ष 1927 से आयोजित इस प्रतिष्ठित प्रतियोगिता की मेजबानी 30 साल बाद पहली बार भारत और एशिया में की जा रही है.