ईस्ट बंगाल के मेहताब सिंह को चेचक होने के कारण उनके क्लब को उन्हें अन्य खिलाड़ियों से अलग रखना चाहिए था लेकिन इसके उलट उन्हें हाल में आईलीग मैच में खेलने की अनुमति दी गयी. इसमें कोई दो राय नहीं कि मैच में उनकी भागीदारी से ईस्ट बंगाल के उनके साथी, विरोधी टीम के खिलाड़ी और इससे भी बढ़कर वे बच्चे जोखिम में पड़े जो मैच से पहले खिलाड़ियों के साथ मैदान में उतरते हैं. चेचक संक्रामक रोग है.
ये भी पढ़ें- क्या झूठा बहाना बनाकर टीम से बाहर हुए Hassan Ali, पाकिस्तानी गेंदबाज ने News State को दिया जवाब
इस संबंध में जब ईस्ट बंगाल के अधिकारियों से संपर्क किया गया तो उन्होंने कहा कि मैच के एक दिन बाद इस खिलाड़ी के कोलकाता लौटने के बाद ही उनके रोग की पहचान की गयी. पंजाब एफसी के खिलाफ यह मैच सात दिसंबर को लुधियाना के गुरू नानक स्टेडियम में खेला गया जो 1-1 से बराबर छूटा. मेहताब इस मैच में खेले थे. पंजाब एफसी के मालिक रंजीत बजाज ने गुरुवार को खिलाड़ी और उनके क्लब की आलोचना की और इसके उन्होंने ‘बेवकूफाना और बेहद गैरजिम्मेदाराना’ हरकत करार दिया.
ये भी पढ़ें- KPL Spot Fixing: सी.एम. गौतम और अबरार काजी जमानत पर छूटे, सट्टेबाज सय्यम अभी भी हिरासत में
उन्होंने कहा, ‘‘यह बेवकूफाना और बेहद गैरजिम्मेदाराना हरकत है. उसने न सिर्फ मेरे खिलाड़ियों और अपने साथियों को जोखिम में डाला बल्कि हमारे छह सात साल के बच्चों को भी जोखिम में रखा जो मैच से पहले खिलाड़ियों के साथ मैदान पर आते हैं. यह साहसिक नहीं बेवकूफाना हरकत है.’’
Source : Bhasha