Paris Olympic 2024: पेरिस ओलंपिक की शुरूआत 26 जुलाई से हो रही है. ये टूर्नामेंट 11 अगस्त तक खेला जाएगा. 206 सदस्य देशों के 10,000 से ज्यादा एथलिट खेल के इस महाकुंभ में भाग लेने के लिए फ्रांस की राजधानी पेरिस पहुंचने वाले है. फ्रांस ओलंपिक में सभी देशों की मेजबानी के लिए तैयार है. ओलंपिक दुनिया का सबसे बड़ा अंतराष्ट्रीय खेल आयोजन है. इसलिए इसके आयोजन में किसी भी देश के प्रति वैश्विक सोच भी काफी मायने रखती है.
लंबे समय से इजरायल और फलस्तीन के बीच जंग जारी है. फलस्तीन को इस जंग में काफी नुकसान उठाना पड़ा है. इसलिए विरोध स्वरुप इस देश से फीफा से मांग की थी कि वो इजरायल फुटबॉल टीम को पेरिस ओलंपिक में भाग लेने की अनुमति न दे. इस पर अब फीफा का बयान आ गया है. फीफा के बयान के बाद एक बार फिर से इजरायल और फलस्तीन का मुद्दा ओलंपिक में गरमा सकता है
फीफा ने क्या कहा?
फीफा ने फलस्तीन द्वारा इजरायल फुटबॉल को अंतरराष्ट्रीय फुटबाल से प्रतिबंधित करने के प्रस्ताव को फिलहाल टाल दिया है. फीफा के मुताबिक इस मुद्दे पर किसी भी अंतिम फैसले पर पहुंचने में समय लगेगा और फैसला ओलंपिक के बाद आने की उम्मीद है. फीफा के अनुसार दोनों पक्षों ने अपना अपना पक्ष रखने के लिये समय सीमा बढ़ाने की मांग की है. इसलिए फलस्तीन के प्रस्ताव और इजरायल के पक्ष को सुनने के बाद कोई भी फैसला 31 अगस्त से पहले नहीं आ सकेगा.
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दो महीने पहले लाया था प्रस्ताव
दो महीने पहले दिए फलस्तीन के प्रस्ताव पर कानूनी आकलन के बाद फीफा को 20 जुलाई की बैठक इजरायल की सदस्यता पर फैसला लेना था. यह फैसला ओलंपिक शुरु होने से ठीक पहले आने वाला था इससे ओलंपिक में फुटबॉल के आयोजन में परेशानी आ सकती थी क्योंकि इजरायल को जापान, माली और पराग्वे के साथ एक ग्रुप में रखा गया है.
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Source : Sports Desk