Milkha Singh passed away : भारत के महान धावक और फ्लाइंग सिख के नाम से दुनियाभर में मशहूर मिल्खा सिंह का शुक्रवार देर शाम निधन हा गया. 18 जून का रात करीब साढ़े 11 बजे उन्होंने आखिरी सांस ली. पिछले दिनों तीन जून को उन्हें अस्पताल में भर्ती कराया गया था. कुछ समय के लिए उनकी हालत ठीक रही, लेकिन उसके बाद तबियत बिगड़ने लगी. डॉक्टरों ने उनका हेल्थ बुलेटिन जारी करते हुए कहा भी था कि आने वाले कुछ घंटे उनके लिए बहुत महत्वपूर्ण है, तमाम कोशिश की गई, लेकिन उन्हें बचाया नहीं जा सका. वे चंडीगढ़ में पीजीआई में भर्ती थे.
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इससे पहले शुक्रवार को अचानक उनकी तबियत खराब होने लगी. डॉक्टरों ने कहा था कि कोविड पीड़ित भारत के पूर्व धावक मिल्खा सिंह की तबीयत बुखार के कारण एक बार फिर बिगड़ गई है. दिग्गज एथलीट का चंडीगढ़ के पीजीआई अस्पताल में इलाज चल रहा था. अस्पताल के एक डॉक्टर ने कहा था कि ऑक्सीजन का स्तर गिर जाने से उसकी हालत बिगड़ गई है. उनकी बेटी मोना मिल्खा सिंह, जो एक डॉक्टर भी हैं, उनके स्वास्थ्य की निगरानी कर रही थी. करीब 91 साल के हो चुके धावक मिल्खा सिंह पिछले महीने वायरस से पीड़ित हुए थे. उनकी पत्नी निर्मल मिल्खा सिंह की 13 जून को वायरस से मौत हो गई थी.
मिल्खा सिंह के निधन की खबर देर रात सामने आई, इसके बाद प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने भी उनके निधन पर शोक व्यक्त किया है. प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने कहा है कि मिल्खा सिंह के निधन से हमने एक महान खिलाड़ी खो दिया है. मिल्खा सिंह ने देश के अनगिनत दिलों में अपना विशेष स्थान बना लिया था. पीएम मोदी ने कहा कि उनके प्रेरक व्यक्तित्व ने खुद को लाखों लोगों का प्रिय बना दिया. उनके निधन से बहुत आहत हूं.
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मिल्खा सिंह ने कॉमनवेल्थ गेम्स में एक और एशियन गेम्स में चार गोल्ड देश के लिए जीते. हालांकि मिल्खा सिंह भारत के लिए ओलंपिक में कोई पदक नहीं जीत पाए. एक बार वे इसे चंद कदम दूर रह गए थे. हालांकि उसके बाद से आज तक कोई वहां तक भी नहीं पहुंच पाया, जहां मिल्खा सिंह पहुंचने में कामयाब हो गए थे. साल 1958 में कार्डिफ मे कॉमनवेल्थ खेल हुए थे, उसमें मिल्खा सिंह ने 400 मीटर की रेस में भारत के लिए गोल्ड मेडल जीता. इसी साल यानी साल 1958 में ही एशियाई खेलों में भी मिल्खा सिंह खूब दौड़े और जमकर दौड़े. मिल्खा सिंह ने जापान में खेले गए एशियन गेम्स में 200 मीटर और 400 मीटर की रेस में स्वर्ण पदक अपने नाम किया. इसके बाद आया साल 1962. उस साल जकार्ता में एशियाई खेल हुए. साल 1958 की तरह ही मिल्खा सिंह का जलवा इस भी चला. मिल्खा सिंह ने 200 मीटर की रस में गोल्ड अपने नाम किया और 400 मीटर की रिले रेस में भी स्वर्ण पदक अपने नाम किया.
Former Indian Sprinter Milkha Singh, widely regarded as Flying Sikh, passed way last night ( June 18) at 11:30 pm.
He was admitted to ICU on June 3 due to dipping O2 level. On May 20, he had tested positive for COVID19. pic.twitter.com/SYHitglGkJ
— ANI (@ANI) June 18, 2021
Source : Sports Desk