पूर्व हॉकी खिलाड़ी वीआर रघुनाथ का मानना है कि मौजूदा भारतीय टीम के पास विश्वस्तरीय रक्षापंक्ति और स्तरीय ड्रैग फ्लिकर हैं और टीम अगले साल होने वाले तोक्यो ओलंपिक के दौरान दुनिया की सर्वश्रेष्ठ टीमों को चुनौती दे सकती है. भारतीय टीम के स्टार ड्रैग फ्लिकरों में शामिल रहे रघुनाथ ने कहा कि टीम में चार पेनल्टी कॉर्नर विशेषज्ञों का होना तोक्यो ओलंपिक से पहले आठ बार की चैंपियन टीम के लिए अच्छा है. कोरोना वायरस महामारी के कारण तोक्यो ओलंपिक को अगले साल तक स्थगित किया गया है.
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रघुनाथ ने कहा, ‘‘वे काफी अनुभवी हैं और मौजूदा डिफेंडरों ने एक साथ 50 से 80 मैच खेले हैं. वे एक दूसरे को काफी अच्छी तरह जानते हैं और जब उन्हें दुनिया की किसी भी शीर्ष टीम के खिलाफ मुश्किल मैच स्थिति में डाला जाएगा तो भी मुझे कोई समस्या नजर नहीं आती. पूरा मैच खेलने वाले दो शीर्ष ड्रैग फ्लिकर की मौजूदगी भारतीय टीम के लिए फायदे की स्थिति है. हरमनप्रीत सिंह और रूपिंदर पाल सिंह दोनों अच्छे हैं और उनके काम करने का तरीका और क्षमता बिलकुल अलग है. ड्रैग फ्लिक में विभिन्न विकल्प और संयोजन होना हमेशा अच्छा होता है.’’
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रघुनाथ ने कहा, ‘‘इसके अलावा वरूण कुमार और अमित रोहिदास के रूप में भारत के पास अच्छे विकल्प हैं और जब दो शीर्ष फ्लिकर में से एक लय में नहीं होगा तो वे अच्छा साथ दे सकते हैं.’’ इकतीस साल के पूर्व डिफेंडर रघुनाथ का मानना है कि कोरोना वायरस महामारी के कारण हुए ब्रेक के बाद भारतीय टीम को ओलंपिक की तैयारी नई सिरे से करनी चाहिए. उन्होंने कहा, ‘‘मुझे लगता है कि टीम को इस समय को एक साल के काउंटडाउन के रूप में देखना चाहिए और पिछले छह से आठ महीने में जो उसे भूल जाना चाहिए. यह नई शुरुआत करने का समय है.’’
Source : Bhasha