भारतीय पुरुष हॉकी टीम ने रविवार को टोक्यो ओलंपिक (Tokyo Olympics) के सेमीफाइनल में जगह बना ली. आपको बता दें कि 49 साल के बाद ये पहला मौका रहा है जब टीम इंडिया ने ओलंपिक सेमीफाइनल में जगह बनाई है. आपको बता दें कि भारतीय टीम 8 बार की ओलंपिक गोल्ड मेडलिस्ट रही है. भारतीय पुरुष हॉकी टीम के कप्तान मनप्रीत सिंह की अगुवई में टीम इंडिया (Indian Men’s Hockey Team) ने रविवार को क्वार्टर फाइनल मुकाबले में ब्रिटेन को 3-1 से करारी शिकस्त दी. आपको बता दें कि 49 सालों के बाद ये पहला मौका है जब पुरुष हॉकी में भारत ने ओलंपिक खेलों के सेमीफाइनल में जगह बनाई है. इस मुकाबले में भारत के लिए हार्दिक सिंह, दिलप्रीत सिंह और गुरजंत सिंह ने 1-1 गोल दागे जबकि ब्रिटेन का एकमात्र गोल वार्ड ने तीसरे क्वार्टर की समाप्ति से कुछ क्षण पहले पेनल्टी कॉर्नर पर किया.
आपको बता दें कि इसके पहले टीम इंडिया ने साल 1980 के मॉस्को ओलंपिक में आखिरी मेडल गोल्ड के रूप में जीता था. लेकिन तब उस मुकाबले में सेमीफाइनल नहीं हुआ था. क्योंकि तब महज छह टीमों ने ही हिस्सा लिया था. उस समय राउंड रोबिन आधार पर शीर्ष पर रहने वाली दो टीमों के बीच स्वर्ण पदक का मुकाबला हुआ था. ऐसे में भारत साल 1972 में म्यूनिख ओलंपिक के बाद पहली बार सेमीफाइनल में पहुंचा है. ओलंपिक में भारत और ब्रिटेन का सामना 9वीं बार हुआ है इस जीत के साथ ही भारत ने अब जीत-हार का अपना रिकॉर्ड 5-4 कर लिया है.
टीम इंडिया ने टोक्यो ओलंपिक के क्वार्टर फाइनल मुकाबले शानदार प्रदर्शन किया. भारत की ओर से दिलप्रीत सिंह पहले क्वार्टर में गोल दागकर बढ़त बना ली जिसके बाद ये बढ़त टीम इंडिया ने पूरे मैच में बनाए रखी. हाफ टाइम तक टीम इंडिया का स्कोर 2-0 हो गया था. तीसरा क्वार्टर खत्म होने से करीब एक मिनट पहले ब्रिटेन को पेनल्टी कॉर्नर मिला लेकिन वह इसे गोल में तब्दील नहीं कर पाया. इस क्वार्टर की समाप्ति से कुछ क्षण पहले ब्रिटेन को एक और पेनल्टी कॉर्नर मिला जिस पर गोल कर उसने स्कोर 1-2 कर अपनी जीत का अंतर कुछ कम कर लिया.
कुल मिलाकर टीम इंडिया ने इस बार टोक्यो ओलंपिक में शानदार प्रदर्शन किया सिर्फ ऑस्ट्रेलिया के खिलाफ छोड़कर. भारत को ऑस्ट्रेलिया के हाथों 1-7 से मिली करारी शिकस्त के अलावा टीम इंडिया ने टोक्यो में शानदार प्रदर्शन किया. उसने लीग चरण में पांच में से चार मैच जीते और पूल ए की तालिका में दूसरे स्थान पर रहते हुए क्वार्टर फाइनल में जगह बनाई. दूसरी ओर ब्रिटेन ने दो जीत दर्ज की और दो हार के अलावा एक ड्रॉ के बाद वह पूल बी में तीसरे स्थान पर रहा. भारत ने ऑस्ट्रेलिया से मिली हार के बाद लगातार तीन मैच जीते.
Source : News Nation Bureau