Hockey World Cup 2023: हॉकी वर्ल्ड कप 2023 की शुरुआत होने में बस कुछ ही दिन बाकी हैं. इस बार हॉकी वर्ल्ड कप की मेजबानी भारत कर रहा है. जिससे भारतीय हॉकी टीम के चैंपियन बनने की उम्मीद जग गई है. लेकिन सबसे बड़ा सवाल यही है कि ये कारनामा होगा कैसे. टोक्यो ओलंपिक में भारतीय हॉकी टीम ने मेडल जीतकर बड़ा मैसेज दिया था. टोक्यो ओलंपिक में टीम इंडिया के मेडल जीतने से सबकी नजरें इस वर्ल्ड कप पर टिकी हुईं हैं. भारतीय हॉकी टीम ने वर्ल्ड कप से पहले हरमनप्रीत सिंह को कप्तान बनाया है. जबकि टोक्यो ओलंपिक में ब्रॉन्ज दिलाने वाले कप्तान मनप्रीत सिंह बतौर खिलाड़ी खेलेंगे. आपको बता दें कि भारतीय हॉकी टीम ने आखिरी बार साल 1975 में गोल्ड मेडल जीता था.
टोक्यो ओलंपिक में ब्रॉन्ज मेडल जीतकर उम्मीद जगाई थी टीम इंडिया
साल 2020 में टोक्यो ओलंपिक में भारतीय हॉकी टीम ने मनप्रीत सिंह की कप्तानी में जर्मनी को 5-4 से हराकर ब्रॉन्ज मेडल जीता था. अब भारतीय हॉकी टीम के पास चैंपियन बनने का अच्छा मौका है. इससे पहले टीम इंडिया ने साल 1975 में फाइनल में पाकिस्तान को हराकर गोल्ड मेडल जीता था. उस वक्त टीम इंडिया की कमान अजित पाल सिंह संभाल रहे थे. 48 साल पहले मलेशिया में पाकिस्तान को हराकर गोल्ड जीतना टीम इंडिया के सपने सच होने जैसा था. अब टीम इंडिया के पास फिर से चैंपियन बनने का मौका है.
1975 में लीग मैचों में टीम इंडिया का ऐसा था प्रदर्शन
साल 1975 में भारतीय हॉकी टीम ने मलेशिया के क्वालालंपुर में तिरंगा लहराया था. टीम इंडिया के चैंपियन बनने के बाद जब क्वालालंपुर में तिरंगे फहरने लगे तो भारतीय खिलाड़ियों की खुशी देखने लायक थी. खिलाड़ी इतने खुश थे कि भावनाओं को काबू में नहीं रख पाए और आंखों से खुशी के आंसू निकलने लगे. वर्ल्ड कप 1975 में भारतीय हॉकी टीम के सफर पर नजर डाले तो टीम इंडिया ने लीग मैचों में इंग्लैंड को 2-1 से हराया था. इसके बाद टीम इंडिया ऑस्ट्रेलिया के खिलाफ 1-1 से मैच को ड्रॉ कराया था. फिर घाना को 7-0 से मात दी थी. अर्जेंटीना से 1-2 से हाराया था और जर्मनी की 3-1 से हराकर टीम इंडिया सेमीफाइनल में जगह बनाई थी.
1975 में ऐसा था टीम इंडिया का सेमीफाइनल और फाइनल में प्रदर्शन
सेमीफाइनल मुकाबले में टीम इंडिया ने मलेशिया को 3-2 से हराकर फाइनल में जगह बनाया. इसके बाद फाइनल मैच में 2-1 से पाकिस्तान को हराकर विश्व विजेता बनी थी. साल 1975 वर्ल्ड कप में टॉप 3 टीमों पर नजर डालें तो टीम इंडिया गोल्ड मेडल जीतकर चैंपियन बनी थी. पाकिस्तान सिल्वर मेडल अपने नाम करने में सफल हुई थी और मलेशिया ने ब्रॉन्ज मेडल जीता था. अब 48 साल बाद टीम इंडिया के पास एक बार फिर मौका है. देखना है कि अपनी सरजमीं पर वर्ल्ड कप में भारतीय हॉकी टीम कैसा प्रदर्शन करती है.