पैरा एशियाई खेलों के स्वर्ण पदक विजेता खेल विभाग में सचिव और वरिष्ठ आईएएस अधिकारी सुहास एलवाई अब विश्व के नंबर वन खिलाड़ी बन गए हैं. मंगलवार को जारी रैंकिंग में उन्होंने फ्रांस के दिग्गज शटलर लुकास मंजूर को पीछे छोड़ते शीर्ष स्थान हासिल करके देश ही नहीं पूरी दुनिया के लिए एक मिसाल कायम की है और करोड़ों लोगों की इंस्पिरेशन बनके सामने आए हैं, जहां एक तरफ लोग जिंदगी में छोटी-मोटी समस्याओं से परेशान होकर डिप्रेशन और सुसाइड जैसे कदम उठाते हैं.
वहीं सुभाष एल ई ने एक नया कीर्तिमान बनाया है. सुहास एलहवाई ने अपनी कमी को कभी भी अपने ऊपर हावी नहीं होने दिया और एक नया इतिहास रच कर दुनिया के सामने आए. उन्होंने ये कर दिखाया कि कोई भी किसी से कम नहीं है.
पहले और मजबूत होगा मेरा आत्मविश्वास
आईएएस सुहास ने ईश्वर और प्रशंसकों का आभार व्यक्त करते हुए बताया की पेरिस में जुलाई में होने वाले पैरालंपिक से पहले मेरा आत्मविश्वास और मजबूत होगा. स्काटलैंड में 19 से 23 जून तक आयोजित पैरा बैडमिंटन टूर्नामेंट में भारतीय टीम ने 14 पदक अपने नाम किए थे. प्रतियोगिता के एलएल-4 स्पर्धा में सुहास एलवाई ने रजत पदक जीतने में कामयाबी पाई.
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कभी भी खुद को डिप्रेस्ड
सुहास एलवाई ने बताया कि मैं उन तमाम लोगों से यह अपील करना चाहता हूं, जो लोग अपने जीवन या अपनी किसी कमी को अपनी कमजोरी समझते हैं. वह इसे अपनी कमी ना समझे बल्कि अपनी स्ट्रेंथ समझकर आगे बढ़े क्युंकी मैं भी अपने बचपन बहुत डरता था कि आगे क्या होगा क्या मैं जीवन में कुछ कर पाऊंगा लेकिन सबसे बड़ी चीज डेस्टिनी होती है.
वह कब आपको कहां लाकर खड़ा करते यह कुछ नहीं कहा जा सकता मेरे जीवन में भी मेरी डेस्टिनी की बहुत अहम भूमिका रही है. इसलिए मैं तमाम देशवासियों से या अपील करता हूं कि कभी भी अपने आप को कम या डिप्रेस्ड मत होने दीजिए ईश्वर सब बेहतर करता है.
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Source : News Nation Bureau