गोलकीपर सविता के शानदार प्रदर्शन के दम पर भारतीय महिला हॉकी टीम ने रविवार को हॉकी वल्र्ड लीग राउंड-2 के फाइनल मैच में चिली को मात देकर खिताबी जीत हासिल की। चिली के खिलाफ यह मुकाबला निर्धारित समय तक 1-1 से ड्रॉ हुआ था, लेकिन शूटआउट में भारत ने चिली को 3-1 से मात दी।
भारतीय गोलकीपर सविता को इस टूर्नामेंट का सर्वश्रेष्ठ गोलकीपर भी चुना गया।
इस जीत के बाद कप्तान रानी ने कहा, 'यह एक अच्छा मैच था और हम अपने प्रदर्शन से खुश हैं। चिली टीम ने अच्छी प्रतिस्पर्धा की, लेकिन हमने स्वयं को भी पीछे नहीं हटने दिया और उनके द्वारा बढ़त लेने के बाद गोल करने का हर प्रयास किया।'
इस मुकाबले में शुरुआत से चिली ने अपना दबदबा बना रखा था। उसने पांचवें मिनट में ही मारिया माल्डोनाडो की ओर से दागे गए गोल की बदौलत बढ़त हासिल की।
इस बढ़त को चिली की टीम ने दूसरे क्वार्टर तक इस बढ़त को बनाए रखा। हालांकि, 22वें मिनट में भारतीय टीम को पेनाल्टी कॉर्नर पर गोल करने का मौका मिला था, लेकिन इसमें टीम को सफलता हासिल नहीं हुई।
भारतीय टीम को इस हार से 41वें मिनट में पेनाल्टी कॉर्नर पर किए गए अनुपमा बार्ला के गोल ने बचाया। इस गोल के कारण दोनों टीमों के बीच स्कोर निर्धारित समय तक 1-1 से बराबरी पर रहा।
खिताबी मुकाबले के परिणाम और विजेता टीम के चयन के लिए दोनों टीमों को 3-3 शूटआउट करने का मौका दिया गया। भारतीय टीम की ओर से कप्तान रानी और मोनिका ने सफल तरीके से गोल किया और गोलकीपर सविता द्वारा चिली के गोलों को असफल किए जाने के कारण 2-0 से बढ़त हासिल की।
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इसके अलावा, बेलारूस ने उरुग्वे को 4-2 से हराकर इस टूर्नामेंट में तीसरा स्थान हासिल किया। बेलारूस की कप्तान रायता बातुरा इस टूर्नामेंट की सर्वश्रेष्ठ खिलाड़ी भी चुनी गईं।
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Source : IANS