भारत की दिग्गज धाविका दुती चंद ने शनिवार को कहा है कि उन्हें टोक्यो ओलम्पिक की तैयारी करने में परेशानी आ रही है. दुती ने यह बात राष्ट्रीय राजधानी में इकरामा स्पोटर्स लिटरेटर फेस्टिवल में अपनी किताब 'फ्रॉम द हर्ट' पर चर्चा के दौरान कही. यह इस लिटरेचर फेस्टिवल का दूसरा संस्करण हैं. दो दिन तक चलने वाले इस फेस्टिवल के पहले दिन दुती की किताब के अलावा भारत के दिग्गज बल्लेबाज वीवीएस. लक्ष्मण, इंग्लैंड के पूर्व स्पिनर मोंटी पनेसर की किताबों पर भी सत्र आयोजित किए गए.
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वर्ल्ड यूनिवर्सिटी गेम्स में भारत को ऐतिहासिक स्वर्ण पदक दिलाने वाली धाविका दुती ने कहा, "महिला खिलाड़ियों से ज्यादा प्रतिस्पर्धा नहीं मिलने के कारण मुझे भुवनेश्वर में पुरुष खिलाड़ियों के साथ ट्रेनिंग करनी पड़ रही है. साथ ही मुझे टोक्यो ओलम्पिक-2020 की तैयारी के लिए सही समर्थन भी नहीं मिल रहा है." दुती ने इस सत्र में अपने समलैंगिंक रिश्ते को लेकर भी खुलकर बात की. दो दिवसीय इस समारोह के दूसरे दिन भी खेल और खेल हस्तियों से जुड़ी किताबों का विमोचन और चर्चा की जाएगी.
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फेस्टिवल के पहले दिन का पहला सत्र लक्ष्मण की आत्मकथा '281 बियोंड' पर था जिसमें इस किताब के सह-लेखक और वरिष्ठ पत्रकार आर.ए. कौशिक और लक्ष्मण के साथ भारतीय टीम का हिस्सा रह चुके बाएं हाथ के स्पिनर मुरली कार्तिक ने चर्चा में हिस्सा लिया. इनके अलावा मोंटी पनेसर की आत्मकथा 'द फुल मोंटी' पर भी सत्र आयोजित किया गया. मोंटी ने अपनी किताब में अपने क्रिकेट करियर के अलावा जीवन में सामने आई मानसिक बिमारी का भी जिक्र किया है.
Source : आईएएनएस