जैवलिन थ्रो में भारत अब विश्वविजेता बन चुका है. देश के युवाओं में इसका खासा असर देखने को मिला. असर भी ऐसा कि नीरज के स्वर्ण पदक जीतने के महज डेढ़ घंटे के भीतर ही केडी सिंह बाबू स्टेडियम में करीब 80 आवेदन आ गए. इस दौरान देश में जैवलिन का क्रेज लगातार बढ़ रहा है. जहां मीडिया व स्पोर्ट्स चैनलों में खेल के नाम पर ज्यादातर क्रिकेट ही देखने को मिलता था, वहीं आज हर मीडिया व स्पोर्ट्स चैनल पर केवल और केवल जैवलिन का ही खुमार देखने को मिल रहा है. इसे लेकर देश में खेलप्रेमियों और खिलाड़ियों में खासा उत्साह बना हुआ है. जैवलिन का ये क्रेज इस कदर बढ़ चुका है कि आज लोग इंटरनेट व अन्य माध्यमों पर जैवलिन थ्रो के लिए कोच व ट्रेनर ढूढ़ने में लगे हुए हैं.
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दिल्ली के छत्रसाल स्टेडियम में दिख रहा जैवलिन का क्रेज़
वैसे तो पूरे देश में जैवलिन का जलवा देखने को मिल रहा है, लेकिन दिल्ली के छत्रसाल स्टेडियम में इसका अलग ही क्रेज देखने को मिला है. स्टेडियम के स्पोर्ट्स ब्रांच की सुनीता राय ने न्यूज नेशन को बताया कि यहां स्टेडियम में पहले से ही 85 एथलीट्स जैवलिन थ्रो की ट्रेनिंग ले रहे हैं. उनके लिए ये पदक बहुत महत्वपूर्ण है, क्योंकि इससे जैवलीन को भारत देश में काफी बड़े स्तर पर पहचान मिली है. जिससे इन एथलीट्स को अपने गेम के लिए काफी प्रेरणा मिली है और मिलती रहेगी. साथ ही जैवलिन के प्रति उनका लगाव भी काफी बढ़ा है. इस बारे में आगे बताते हुए सुनीता ने कहा कि जैवलिन में नीरज चोपड़ा ने भारत को जो पदक दिलाया है, उससे जैवलिन के प्रति युवाओं और खिलाड़ियों का लगाव बढ़ेगा और भविष्य में यह पदक उनके लिए प्रेरणास्रोत भी बनेगा. खेल जगत में नीरज की ये जीत हमेशा याद रखी जाएगी.
केडी सिंह बाबू स्टेडियम में करीब 80 आवेदन
नीरज के स्वर्ण पदक जीतने के महज डेढ़ घंटे के भीतर ही केडी सिंह बाबू स्टेडियम में करीब 80 आवेदन आ गए. इससे जैवलिन के क्रेज का अंदाजा लगाया जा सकता है. इस समय जैवलिन को लेकर देश में खेलप्रेमियों और खिलाड़ियों में खासा उत्साह बना हुआ है.
HIGHLIGHTS
- देश में जैवलिन का जलवा कायम
- पदक जीतने के महज डेढ़ घंटे के भीतर आए 80 आवेदन
- दिल्ली के छत्रसाल स्टेडियम में दिखा जैवलिन का क्रेज़