जालंधर की मूक-बधिर शतरंज खिलाड़ी मलाइका हांडा ने आज पंजाब सरकार पर धोखाधड़ी का आरोप लगाया है. मलाइका हांडा एक वीडियो में पंजाब सरकार पर आरोप लगा रही हैं कि राज्य सरकार ने वादा करने के बाद भी उनको पुरस्कार और नौकरी नहीं दी है. पंजाब सरकार के विरोध में मलाइका हांडा नारा लगाते दिख रही हैं. उन्होंने कहा कि राज्य सरकार उनसे किए गए वादों पर खरा नहीं उतर पाई है. मलाइका हांडा ने कहा कि मैं 31 दिसंबर को खेल मंत्री परगट सिंह से मिली थी. उन्होंने कहा कि राज्य सरकार नौकरी और नकद इनाम नहीं दे सकती क्योंकि उनके पास बधिर खेलों के लिए कोई नीति नहीं है.
उन्होंने सरकार पर हमला करते हुए कहा कि पूर्व खेल मंत्री ने मेरे लिए नकद इनाम की घोषणा की थी और मेरे पास निमंत्रण पत्र भी है जिसमें मुझे आमंत्रित किया गया था लेकिन इसे कोरोना महामारी के कारण रद्द कर दिया गया था.
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आपको बता दें कि मलिका का सफ़र आसान नहीं रहा और वो अब भी संघर्ष कर रही हैं. साल 2013 में मध्य प्रदेश में हुए नेशनल चैंपियनशिप जीतने के बाद उन्हें जर्मनी जाना था. लेकिन स्पोर्ट्स अथॉरिटी ऑफ़ इंडिया की इंटरनेशनल बॉडी से कोई अनबन हो गई और उन्हें नहीं भेजा गया. मलिका ने अंतर्राष्ट्रीय टूर्नामेंट में सीट पक्की कर ली थी लेकिन वो नहीं खेल पाईं.
साल 2019 में राष्ट्रपति से National Disability Award पाने के बावजूद मलिका अब भी सरकार से मदद की अपील कर रही हैं और उन्हें मदद नहीं मिल रही.