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मेरीकॉम बोलीं, मेरी सफलता का मंत्र यही है कि कोई मंत्र ही नहीं है, जानिए और क्‍या कहा

ओलंपिक कांस्य पदक विजेता और छह बार की विश्व चैंपियन एमसी मेरीकोम ने साफ किया कि उनकी सफलता का कोई मूलमंत्र नहीं है. कड़ी मेहनत के दम पर ही वह इस मुकाम तक पहुंची हैं.

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Pankaj Mishra
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एमसी मेरीकोम( Photo Credit : फाइल फोटो)

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ओलंपिक कांस्य पदक विजेता और छह बार की विश्व चैंपियन एमसी मेरीकोम ने साफ किया कि उनकी सफलता का कोई मूलमंत्र नहीं है. कड़ी मेहनत के दम पर ही वह इस मुकाम तक पहुंची हैं. यह 37 वर्षीय मुक्केबाज अपने दूसरे ओलंपिक खेलों की तैयारियों में जुटी है, जिन्हें कोविड-19 महामारी के कारण 2021 तक टाल दिया गया है. वह बुधवार को भारतीय खेल प्राधिकरण (साइ) के ‘मेकिंग आफ ए चैंपियन’ विषय पर बात कर रही थी, जो कि साइ का खिलाड़ियों के लिये फेसबुक ‘लाइव सेसन’ है.

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महामारी के चलते लॉकडाउन होने के कारण अधिकतर खिलाड़ी अपने घरों या हॉस्टल में बंद हैं. मेरीकोम ने कहा कि उन्होंने जो सफलताएं हासिल की उसके पीछे कोई राज नहीं छिपा है. उन्होंने कहा, मेरे पास सफलता का कोई मंत्र नहीं है. कड़ी मेहनत करो ओर आप जो भी कर रहे हो उसके प्रति ईमानदार बने रहो. बस यही मैं करती हूं. उतार चढ़ाव तो आते रहते हैं लेकिन आपको अपने सपनों को साकार करने के लिए ध्यान नहीं हटाना चाहिए. मेरीकोम ने कहा, मुक्केबाजी की मेरी यात्रा आसान नहीं रही. राष्ट्रीय, अंतरराष्ट्रीय और ओलंपिक स्तर पर पहुंचना आसान नहीं था लेकिन अगर आपके अंदर इच्छाशक्ति है और जिंदगी में कुछ हासिल करना चाहते हो तो आप कर सकते हो. उन्होंने कहा, मेरी शुरुआती जिंदगी कठिनाईयों से भरी थी. मैं गरीब परिवार में पली बढ़ी जहां कई तरह की मुश्किलें थी. मैं उन्हें याद तक नहीं करना चाहती हूं. इस मुक्केबाज ने सभी को संकट की इस घड़ी में अपने घरों में ही रहने की सलाह दी.

Source : Bhasha

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