खेलों को बढ़ावा देने के लिए CSRI और PHD के बीच करार, जानें क्या होंगे फायदे

यह शिखर सम्मेलन न केवल खेल उद्योग के लिए खेल क्षेत्र में आने वाली चुनौतियों का समाधान करने के लिए एक मंच के रूप में काम करेगा, बल्कि उद्योग हितधारकों के बीच सहयोग, संयुक्त उद्यम और नेटवर्किंग के लिए एक अवसर के रूप में भी काम करेगा.

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Prashant Jha
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CSRI और PHD के बीच करार

CSRI और PHD के बीच करार( Photo Credit : सोशल मीडिया)

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भारत में खेलों को बढ़ावा देने के लिए कॉंफेड्रेशन ऑफ स्पोर्ट्स एंड रिक्रिएशन इंडस्ट्री ने पीएचडी चैंबर्स ऑफ कॉमर्स के साथ एक समझौता किया है. इस करार के तहत खेल और मनोरंजन उद्योग परिसंघ (CSRI) और पीएचडी के बीच नॉलेज भी साझा किया जाएगा. MOU के मुताबिक, PHDCCI और CSRI दोनों अन्य गतिविधियों के अलावा एक वैश्विक खेल शिखर सम्मेलन की भी स्थापना करेंगे. यह शिखर सम्मेलन न केवल खेल उद्योग के लिए खेल क्षेत्र में आने वाली चुनौतियों का समाधान करने के लिए एक मंच के रूप में काम करेगा, बल्कि उद्योग हितधारकों के बीच सहयोग, संयुक्त उद्यम और नेटवर्किंग के लिए एक अवसर के रूप में भी काम करेगा. यह खेल और मनोरंजन क्षेत्र को बढ़ावा देने में उद्योग की महत्वपूर्ण भूमिका भी निभाएगा. इससे खेल और मनोरंजन के क्षेत्रों में काम करने वाले संस्थानों और स्टेक होल्डर्स और  को भी प्रोत्साहन मिलेगा. 

CSRI के साथ काम करने का अच्छा मौका मिलेगा- PHD

पीएचडी चैंबर्स ऑफ कॉमर्स के अध्यक्ष साकेत डालमिया ने कहा कि खेल के महत्व और देश के विकास में इसकी अहम भूमिका है. क्योंकि यह सामाजिक और आर्थिक विकास दोनों में बड़ा योगदान देता है. डालमिया ने कहा कि सीएसआरआई के साथ मिलकर इसे और आगे बढ़ाने पर फोकस किया जा रहा है. publive-image

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नौकरियों के खुलेंगे द्वार

भारत में खेलों को नई ऊंचाइयों तक पहुंचाने की दिशा में यह एक ऐतिहासिक कदम होगा. डालमिया ने आगे कहा कि सीएसआरआई के सहयोग से खेलों के प्रभाव को और आगे बढ़ाया जा सकेगा.  वहीं, सीएसआरआई के डायरेक्टर जनरल राजपाल सिंह ने कहा, "यह विशेष खेल संघ के लिए एक ऐतिहासिक क्षण है, जो राष्ट्रीय शीर्ष वाणिज्य मंडलों के साथ संयुक्त रूप से एक महत्वपूर्ण क्षेत्र विकसित करने के लिए सहयोग कर रहा है, जिसे उसका उचित अधिकार नहीं मिला है. ओलंपिक में हिस्सा लेने वालों को अभी भी समग्र रूप से आगे बढ़ना और विकसित करने की जरूरत है. इसके लिए जरूरी है कि खेल के बजट को खेल उद्योग में शामिल किया जाए. इस करार से स्टेक होल्डर्स, खिलाड़ियों समेत निवेशकों के लिए बड़ा बाजार भी उपलब्ध होगा, जिसमें बड़ी संख्या में लोगों को नौकरियां भी मिलने की संभावना है.  

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