भारत की पैरा पावर लिफ्टर सकीना खातून ने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी को पत्र लिखकर मदद मांगी है।बता दें कि 28 वर्ष की सकीना एकमात्र ऐसी पैरा एथलीट हैं, जिन्होंने ग्लासगो कॉमनवेल्थ में मेडल जीता था, लेकिन 2018 के कॉमनवेल्थ गेम्स में भारत का प्रतिनिधित्व करने वाले दल में शामिल नहीं किया गया है।
इस फैसले से सकीना बेहद आहत है। उन्होंने पीएम को पत्र में लिखा है- मैं सकीना खातून एक पैरा पावरलिफ्टर हूं। मैंने सीडब्ल्यूजी 2014 और एशियाई चैंपियनशिप में मेडल जीता है। अभी, मैं राष्ट्रमंडल रैंकिंग में दूसरे नंबर पर हूं। मैं अकेली पैरा महिला एथलीट हूं जिसने आज तक सीडब्ल्यूजी में पदक हासिल किया है।'
इन सभी क्रेडेंशियल्स के साथ मैं अपने देश के लिए एक और पदक जीतने का प्रयास करना चाहती हूं। रहा हूं, लेकिन सीडब्ल्यूजी मानदंडों द्वारा निर्धारित योग्यता मानकों को प्राप्त करने के बावजूद, मुझे आश्चर्य है कि मुझे अपना नाम सीडब्ल्यूजी दल गोल्ड कोस्ट की सूची में नहीं निला। इससे मैं बहुत दुःखी हूँ और सचमुच मेरी मां भारत को गर्व कराने के सभी सपने बिखते हुए दिख रहे हैं।'
उन्होंने आगे लिखा- इसके संदर्भ में मैने कई बार हमारे महासंघ (पीसीआई) से मैने अनुरोध किया है लेकिन आज तक कुछ भी नहीं हुआ है। सर, मैं इस मामले में आपके हस्तक्षेप के लिए अनुरोध करता हूं।'
आपको बता दे कि 20 जून 1989 में बेंगलुरु कर्नाटक में जन्मीं सकिना ने 2014 कॉमनवेल्थ गेम्स में भारत के लिए कांस्य पदक हासिल किया था। इस बार कॉमनवेल्थ गेम्स में भारत का प्रतिनिधित्व करने वाले दल में शामिल नहीं होने से वह इतनी आहत हैं कि उन्होंने आत्महत्या करने की भी धमकी दी थी।
Source : News Nation Bureau