टोक्यो पैरालिंपिक में पदक जीतने वाले खिलाड़ियों से प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने दिल्ली में मुलाकात की. ये मुलाकात गुरुवार को की गई थी. इसका वीडियो रविवार को जारी किया गया. इस दौरान खिलाड़ियों का प्रतिनिधित्व राजस्थान (जयपुर) के देवेंद्र झाझड़िया ने किया. उन्होंने प्रधानमंत्री को पैरालिंपिक मेडल विजेता खिलाड़ियों के ऑटोग्राफ वाली स्टॉल भेंट की. इस दौरान PM मोदी ने खिलाड़ियों से बातचीत भी की. PM ने जयपुर की अवनि लेखरा से पूछा कि मैच के दौरान मन में क्या चल रहा था? वहीं, कृष्णा नागर से पूछा कि माता-पिता को कहां घूमने लेकर जाओगे?
मोदी ने पूछा- गोल्डन गर्ल बनने के बाद कैसा लग रहा है?
अवनि ने बताया कि फाइनल के वक्त मेरे दिमाग में आपकी (प्रधानमंत्री) कही बातें ही चल रही थीं। जब आपने कहा था कि सिर्फ अपना बेस्ट देना है. मेडल के बारे में नहीं सोचना है. कोई बोझ लेकर नहीं चलना है। मैंने वैसा ही किया और अपना बेस्ट दिया. फिर मेडल अपने आप जीत गई. अवनि ने कहा कि गोल्ड जीतने के बाद मैंने आपसे (प्रधानमंत्री) बात की थी. तब आपने मुझे कहा कि अभी रुकना नहीं है. मैंने इसी बात को दिमाग में रखा और भारत का झंडा ऊपर करने के लिए लगातार मेहनत करती गई। इसके बाद मैंने एक और मेडल जीत लिया. मैं अपने दोनों मेडल भारत के लोगों को समर्पित करना चाहती हूं. इस दौरान अवनि ने पीएम मोदी से कहा कि अगर आपका सपोर्ट खिलाड़ियों के साथ इसी तरह रहा, तो खिलाड़ी आने वाले वक्त में और बेहतर परफॉर्म करेंगे.
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने कृष्णा नागर से पूछा कि कोरोना वॉरियर्स को मेडल समर्पित करने की सोच कहां से आई?
कृष्णा ने कहा कि ओलंपिक हो या फिर पैरालिंपिक सब कुछ कोरोना वारियर्स की वजह से ही संभव हो पाया है, क्योंकि कोरोना वॉरियर्स ने ही दिन रात-मेहनत कर आम आदमी की रक्षा की. इस वजह से मैंने अपना मेडल उन्हें समर्पित किया. कृष्णा ने कहा कि मेरे मेडल के पीछे मेरे पिता और परिवार का बड़ा सहयोग है.
पीएम मोदी ने कृष्णा से पूछा- अब माता पिता के लिए क्या कार्यक्रम बना रहे हैं?
कृष्णा ने कहा कि मेरे माता-पिता आज तक कहीं घूमने नहीं गए हैं. ऐसे में सबसे पहले अपने परिवार को बाहर घूमने लेकर जाऊंगा. जिस पर पीएम मोदी ने कहा कि तुम बहुत आगे बढ़ोगे.
मोदी ने देवेंद्र झाझड़िया से कहा- परिवार को स्टैच्यू ऑफ यूनिटी कब लेकर जाओगे?
देवेंद्र ने कहा कि बहुत जल्द अपने परिवार के साथ स्टैच्यू ऑफ यूनिटी जाऊंगा. इस दौरान देवेंद्र भावुक हो गए. पीएम मोदी से बातचीत में उन्होंने कहा कि 2004 से यहां तक पहुंचने का सफर काफी कठिन था. मैंने अब तक तीन मेडल जीते हैं। जब पहला मेडल जीता था, तब ओलिंपिक में जाने तक के पैसे नहीं थे. मुझे मेरी मां ने अपने गहने बेच ओलिंपिक में भेजा था. उसके बाद मैंने अपने लक्ष्य को बड़ा किया और सोचा कि मुझे देश के लिए मेडल की हैट्रिक बनानी है. आज मैं मेरे उस सपने को साकार कर पाया हूं. देवेंद्र ने पीएम मोदी से कहा कि पहले भारत में खिलाड़ियों को सुविधाएं नहीं मिल रही थीं. अब विदेशों की तर्ज पर भारत में भी हर खिलाड़ी को पूरी सुविधा मिल रही है. सुंदर गुर्जर ने प्रधानमंत्री से अगले ओलिंपिक में फिर मेडल जीतने का किया वादा.
मोदी ने सुंदर से पूछा- मेडल जीत कर कैसा लग रहा है?
सुंदर ने कहा कि मैं अपना मेडल देश के गुरुओं को समर्पित करना चाहता हूं. उनके बिना हम सब यहां तक नहीं पहुंच सकते थे. सुंदर ने कहा कि इससे पहले 52 सेकेंड लेट होने की वजह से मेरा एक ओलिंपिक छूट गया था. कोच और परिवार के सपोर्ट की वजह से आज मुझे फिर मेडल जीतने का मौका मिला. अब मेरे ऊपर से पुराना प्रेशर हट गया है. मैं आपको यह विश्वास दिलाता हूं कि अगले पैरालिंपिक में मेरे मेडल का कलर जरूर चेंज होगा.
Source : News Nation Bureau