टोक्यो (tokyo) में पैरालंपिक (paralympic) खेलों का उद्घाटन समारोह कुछ ही देर में शुरू होने वाला है. इसमें भारतीय दल के 5 खिलाड़ी भाग लेंगे. हालांकि 54 भारतीय खिलाड़ियों का दल खेलों में भाग लेने वाला है लेकिन उद्घाटन समारोह में भारत के पांच खिलाड़ी शामिल होंगे. इसमें टेक चंद भारतीय दल के ध्वजावाहक होंगे. इन खेलों में 163 देशों के 4537 दिव्यांग खिलाड़ी भाग लेंगे. यह आयोजन 5 सितंबर तक चलेगा. ओलंपिक खेलों के बाद अब पैरालंपिक खेलों में भी भारतीय दल दमदार प्रदर्शन करने की तैयारी में है. इस बार पैरालंपिक में भारत के 54 दिव्यांग खिलाड़ी अपना दमखम दिखाएंगे. भारतीय दल के सूत्रों ने बताया कि इस बार पैरालंपिक में भारत की ओर से सबसे बड़ा एथलीटों का दल गया है लेकिन ओपनिंग सेरेमनी में केवल 5 खिलाड़ी और 6 अधिकारी भाग लेंगे. यह पैरालंपिक में भारत का अब तक का सबसे बड़ा दल है. इस दल में 14 महिला दिव्यांग खिलाड़ी हैं, जिनसे इस बार विशेष उम्मीदें हैं. ये खिलाड़ी कौन हैं, आइए इनसे मुलाकात करवाते हैं. इस दल में तीरंदाजी में दम दिखाएंगी ज्योति बाल्यान. इसके अलावा एथलेटिक्स में सिमरन शर्मा, कशिश लाकरा, एकता बाल्यान, भाग्यश्री माधवराव जाधव अपना दमखम दिखाएंगी. इसके अलावा बैडमिंटन में पारुल परमार और पलक कोहली पर नजर रहेंगी. पैरा केनोइंग (विशेष प्रकार का नौकायन) में प्राची यादव भारत का प्रतिनिधित्व करेंगी. पॉवर लिफ्टिंग में शकीना खातून दमखम दिखाएंगी. शूटिंग में भारत की ओर से रुबिना फ्रांसिस और अव्नी लेकहारा मेडल जीतने की कोशिश करेंगी. टेबल टेनिक में भारत की सोनलबेन मधुभाई पटेल , भविना हंसमुखभाई पटेल मोर्चा संभालेंगी. इसके अलावा ताईक्वांडो में अरुणा तंवर पर जिम्मेदारी रहेगी.
वहीं, अंतरराष्ट्रीय पैरालंपिक समिति के अध्यक्ष ने बताया कि उद्घाटन समारोह में अफगानिस्तान का झंडा भी रहेगा. अफगानिस्तान से दो दिव्यांग एथलीट प्रतियोगिता में आने वाले थे लेकिन तालिबान के कारण अब नहीं आ रहे हैं. अफगानिस्तान का झंडा एकजुटता के प्रतीक के रूप में यहां आयोजन में शामिल रहेगा.
इसे भी पढ़ेंः प्यार में ऐसा भी, गर्लफ्रेंड के कपड़े पहनकर गया उसकी जगह परीक्षा देने
दल के पुरुष खिलाड़ी भी पूरे जोश खरोश में हैं. पुरुष खिलाड़ियों में तीरंदाजी में हरविंदर सिंह, विवेक चिकारा, राकेश कुमार, श्याम सुंदर प्रमुख हैं. बैडमिंटन में प्रमोद भगत, मनोज सरकार, सुहास ललिनाकेरे, तरुण ढिल्लन जिम्मेदारी संभालेंगे. पावर लिफ्टिंग में जयदीप देसवाल, स्वीमिंग में सुयश जाधव और निरंजन पर नजरें रहेंगी. शूटिंग में स्वरूप महावीर, मनीष नरवाल, दीपंकर सिंह पर दारोमदार रहेगा. इसके अलावा अन्य खिलाड़ियों से भी काफी अच्छे प्रदर्शन की उम्मीदें हैं.
इस बार के पैरालंपिक में खास बात ये है महिलाओं से मेडल की विशेष उम्मीद है. इसकी वजह है कि वर्ष 2016 में हुए रियो ओलंपिक में भारत की दीपा मलिक ने शूटिंग में मेडल जीता था. पैराओलंपिक में भारत की किसी महिला का यह पहला और अब तक का एकमात्र पदक है. इसके बाद दीपा मलिक को पैरालंपिक कमेटी का अध्यक्ष बना दिया गया था. ऐसे में भारतीय खेल प्रेमियों को उम्मीद है कि यह आंकड़ा बढ़ेगा.
गौरतलब है कि ओलंपिक खेलों के बाद पैरालंपिक खेल होते हैं. टोक्यो में 24 अगस्त से पैरालंपिक खेलों की शुरुआत हो रही है, जो 5 सितंबर तक चलेंगे. बता दें कि 2016 के रियो पैरालंपिक में भारत ने चार मेडल जीते थे. भारतीय खेल प्रेमियों को आशा है कि इस बार यह आंकड़ा बढ़ेगा.
HIGHLIGHTS
- ओलंपिक खेलों के बाद किया जाता है पैरालंपिक का आयोजन
- दिव्यांग खिलाड़ी इसमें लेते हैं भाग
- पिछले पैरालंपिक में भारत ने जीते थे चार पदक
-
Aug 24, 2021 17:10 IST
टोक्यो पैरालंपिक में अफगानिस्तान का झंडा एकजुटता के प्रतीक के रूप में फहराया जाएगा. अफगानिस्तान के दो खिलाड़ी इस आयोजन में भाग लेने वाले थे, जो अब नहीं ले पाएंगे.
-
Aug 24, 2021 17:03 ISTअफगानिस्तान के एथलीट नहीं पर झंडा रहेगा
टोक्यो पैरालंपिक में अफगानिस्तान के दो एथलीट भाग लेने वाले थे लेकिन तालिबान ने अफगानिस्तान पर कब्जा कर लिया, जिसके बाद दोनों पैरालंपिक में नहीं आ सके. ऐसे में अंतरराष्ट्रीय पैरालंपिक खेलों के अध्यक्ष ने कहा है कि अफगानिस्तान का झंडा भी उद्घाटन समारोह में फहराया जाएगा, जो एकजुटता का प्रतीक होगा.