Paris Olympics 2024: पेरिस ओलंपिक 2024 से एक के बाद एक नया विवाद सामने आ रहा है, जिसने पूरी दुनिया को हैरान कर दिया है. असल में, पेरिस में वुमन बॉक्सिंग मैच में चीटिंग होने की खबर है. बताया जा रहा है कि महिला बॉक्सर का मुकाबला पुरुष बॉक्सर से करा दिया गया, जहां महिला को हार का सामना करना पड़ा. इस मामले ने हर किसी को चौका दिया है कि आखिर इतने बड़े मंच पर ऐसी गलती कैसे हो सकती है कि एक महिला खिलाड़ी का सामना पुरुष खिलाड़ी से हो जाए.
क्या है पूरा मामला?
Paris Olympics 2024 के बॉक्सिंग से जुड़े जिस मामले ने हर किसी को सख्ते में डाला है, वो महिलाओं की वेल्टरवेट कैटेगिरी का है. इसके प्री-क्वार्टर फाइनल में इटली की बॉक्सर एंजेला कारिनी और अल्जीरिया की बॉक्सर इमान खेलीफ के बीच टक्कर हुई. ये मैच शुरू ही हुआ था और कुछ पंच खाने के बाद ही इटली की बॉक्सर ने गिव अप कर दिया, जिसके बाद अल्जीरिया की ईमान खेलीफ को विजेता घोषित कर दिया गया.
आपको ये जानकर हैरानी होने वाली है कि इटली की एंजेला कारिनी का सामना जिससे हुआ, उस बॉक्सर को 2023 में वर्ल्ड चैंपियनशिप के फाइनल से पहले लिंग जांच में फेल पाए जाने के चलते टूर्नामेंट से बाहर कर दिया गया था. अब सवाल उठता है कि उस टूर्नामेंट में जब वह खुद को महिला नहीं प्रूफ कर पाईं, तो उन्हें पेरिस ओलंपिक 2024 में आखिर एंट्री कैसे मिल गई?
दरअसल, ओलंपिक के मुकाबलों का सारा जिम्मा इंटरनेशनल ओलंपिक कमेटी के हाथ में है, जिसने साल 1999 से इस तरह के टेस्ट बंद कर दिए थे. ऐसे में ओलंपिक में हिस्सा लेने वाली महिला बॉक्सर्स को सिर्फ अपना महिला होने का सर्टिफिकेट देना होता है. इसलिए अल्जीरिया की बॉक्सर को ओलंपिक में एंट्री मिल गई.
Algeria‘s biological man Imane Khelif has beat Italy’s Angela Carini after only 45 sec in 66 kg boxing preliminaries at the #Olympics.
— Velina Tchakarova (@vtchakarova) August 1, 2024
What a disgrace!
What about the rights of biological female athletes?
Where are all the feminists when you need them?pic.twitter.com/KOV9rLKZ2K
आपको बता दें, 2023 में जब इमान खेलीफ की जांच हुई थी, तो पाया गया था कि उनका टेस्टोस्टेरोन काफी ज्यादा था और इसके साथ-साथ उनके DNA टेस्ट में XY क्रोमोज़ोम्स मिले थे. XY क्रोमोज़ोम्स का मतलब मतलब लड़का होता है. लड़की के क्रोमोज़ोम्स XX होते हैं. इंटरनेशनल बॉक्सिंग एसोसिएशन ने इसी वजह से खेलीफ को बैन किया था. उनके DNA टेस्ट से यही साबित हुआ कि इमान खेलीफ लड़की नहीं हैं.
इमान खेलीफ के साथ पेरिस ओलंपिक में मैच खेलने वाली इटली की बॉक्सर एंजेलो कारिनी ने मैच के बाद कहा, ‘मैंने अपनी जिंदगी में कभी इतना तेज पंच नहीं महसूस किया है. अब आईओसी को इस पर फैसला लेना है.’
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