Paris Olympics 2024 Controversy: कुछ खट्टी कुछ मीठी यादों के साथ पेरिस ओलंपिक 2024 का अंत हुआ. भारत ने 1 सिल्वर और 5 ब्रॉन्ज मिलाकर कुल 6 मेडल्स जीते. लेकिन, इस बार ओलंपिक में कई ऐसे विवाद देखने को मिले, जिसकी शायद ही किसी ने कभी कल्पना की होगी. तो आइए आज इस आर्टिकल में आपको पेरिस ओलंपिक के 5 सबसे बड़े विवाद के बारे में बताते हैं, जिसने हर किसी को आश्चर्यचकित किया...
विनेश फोगाट को किया गया डिसक्वालीफाई
पेरिस ओलंपिक 2024 में वुमेन 50 किलो भारवर्ग फ्रीस्टाइल कुश्ती के फाइनल में पहुंचकर विनेश फोगाट ने सिल्वर मेडल पक्का कर लिया था. लेकिन, झटका तब लगा जब फाइनल मैच से पहले 100 ग्राम वजन अधिक होने के चलते उन्हें डिसक्वालीफाई कर दिया गया. हालांकि, विनेश ने पूरी कोशिश की थी और अपने बढ़े हुए 2.7 किलो वजन कम करने की पूरी कोशिश की थी, लेकिन फिर भी 100 ग्राम वजन रह गया और उनका मेडल जीतने का सपना चूर-चूर हो गया.
हालांकि, इसके बाद विनेश ने सीएएस में भी इस फैसले के खिलाफ अपील की थी लेकिन उन्हें निराशा हाथ लगी. इतना ही नहीं रेसलर ने इस विवाद के बाद कुश्ती से संन्यास भी ले लिया.
पार्क में जमीन पर सोते दिखा एथलीट
फ्रांस के खूबसूरत शहर पेरिस में इस बार ओलंपिक का आयोजन हुआ. लेकिन, वहां व्यवस्थाओं को लेकर काफी शिकायतें की गईं. किसी ने कहा कि वहां सोने की सही व्यवस्था नहीं है, तो कोई खाने से परेशान दिखा. लेकिन, विवाद तो तब हुआ, जब इटली के चैंपियन स्विमर थॉमस सेकॉन को पार्क में जमीन पर सोते देखा गया. उनके इस कदम ने ओलंपिक विलेज की कमियों को जगजाहिर कर दिया था. सेकान ने इसकी शिकायत करते हुए कहा था कि गर्मी और शोरगुल की वजह से वो सो नहीं पा रहे. थॉमस ने पेरिस ओलंपिक 2024 में 2 मेडल्स जीते थे.
ब्रॉन्ज मेडल के लिए हुआ केस
पेरिस ओलंपिक 2024 में जिमनास्टिक के फ्लोर इवेंट में हारने के बावजूद रोमानिया की एना बारबोसा को ब्रॉन्ज मेडल मिला. वहीं, जीतने वाली अमेरिकी जिमनास्ट जॉर्डन चाइल्स से ब्रॉन्ज मेडल छीन लिया गया. इस विवाद ने भी काफी सुर्खियां बटोरीं. दरअसल, इस इवेंट में जॉर्डन तीसरे और एना चौथे नंबर पर रही थीं, नतीजन जॉर्डन को ब्रॉन्ज मेडल दिया गया.
लेकिन, फिर एना और उनकी टीम ने CAS पर केस किया था कि उन्हें गलत तरीके से प्वॉइंट्स दिए गए हैं, जिसके चलते वह तीसरे नंबर पर रहीं और उनसे ब्रॉन्ज मेडल छीन लिया गया. काफी सुनवाई के बाद CAS ने एना को सही माना और वह ब्रॉन्ज मेडल के साथ घर लौटीं. वहीं, ब्रॉन्ज जीतने वाली जॉर्डन को खाली हाथ ही घर लौटना पड़ा.
जेंडर विवाद ने किया हैरान
इस ओलंपिक में अल्जीरियाई बॉक्सर इमान खलीफा के जेंडर विवाद ने सभी को हिलाकर रख दिया. कहां उन्हें पुरुष बताया जा रहा था, लेकिन इमान खलीफा ने फाइनल में चीन की यांग लियू को हराकर गोल्ड मेडल जीतकर इतिहास रचा.
खलीफा पर बायलॉजिकली मेल होने का आरोप लगाया गया. पूरे टूर्नामेंट के दौरान सोशल मीडिया पर उन्हें मर्द, पुरुष कहा जा रहा था और बताया गया कि उनके टेस्टोरेस्टेरोन हार्मोन्स का लेवल पुरुषों की तरह है. इसी वजह से उन्हें वर्ल्ड चैंपियनशिप 2023 में जेंडर एलिजिबिलिटी मानदंड़ों को पूरा ना कर पाने के चलते बाहर कर दिया गया था. लेकिन, ओलंपिक में कोई जेंडर टेस्ट नहीं होता, जिसकी वजह से इमान ने पूरे इवेंट में हिस्सा लिया और गोल्ड जीतकर घर लौटीं.
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