दुनियाभर में फैल चुकी कोरोना वायरस महामारी को देखते हुए टोक्यो में खेले जाने वाले ओलंपिक खेलों को 2021 तक के लिए स्थगित कर दिया गया है. काफी दिनों तक सोच-विचार करने के बाद ओलंपिक संघ ने जुलाई में शुरू होने वाले ओलंपिक खेलों को स्थगित करने का फैसला किया. ओलंपिक खेलों को स्थगित किए जाने के फैसले का ज्यादातर लोगों ने स्वागत किया, क्योंकि इस महामारी से बचने के लिए ये काफी जरूरी भी था.
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खिलाड़ियों के कैरियर पर पड़ेगा असर
हालांकि, भारत की दृष्टि से ये फैसला काफी नुकसानदेह बताया जा रहा है. भारतीय ओलंपिक संघ ने बुधवार को स्वीकार किया कि टोक्यो ओलंपिक स्थगित होने से कई खिलाड़ियों के कैरियर पर असर पड़ेगा और खेल मंत्रालय के साथ तैयारी की संशोधित रणनीति बनाते समय इस मसले को ध्यान में रखा जायेगा. आईओए ने मंगलवार को टोक्यो ओलंपिक अगले साल तक स्थगित करने के अंतरराष्ट्रीय ओलंपिक समिति के फैसले का स्वागत किया था.
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लॉकडाउन खत्म होने के बाद महासंघों से की जाएगी बातचीत
आईओए महासचिव राजीव मेहता ने आईओसी और टोक्यो ओलंपिक आयोजकों को लिखे पत्र में कहा, ‘‘खेल एक साल के लिए टलने से कुछ खिलाड़ियों के कैरियर, क्वालीफिकेशन और योजना पर असर पड़ेगा, हम सभी जरूरी मदद करेंगे.’’ उन्होंने कहा, ‘‘मैं बातचीत कर रहा हूं. भारत में लॉकडाउन खत्म होने के बाद महासंघों से बात की जायेगी. खिलाड़ियों की सुरक्षा सर्वोपरि है.’’ उन्होंने कहा, ‘‘हम युवा कार्य और खेल मंत्रालय से मशिवरा करके तैयारी की नयी योजनायें बनायेंगे.’’
Source : News Nation Bureau