शनिवार का दिन भारतीय बैडमिंटन के लिए डबल धमाल लेकर आया। एक तरफ भारत की सिल्वर गर्ल सिंधु ने लगातार दूसरे सुपर सीरीज के फाइनल में अपनी जगह बनायी वहीं बड़े उलटफेर को अंजाम देते हुए 22 वर्षीय समीर वर्मा ने पुरुष एकल वर्ग के फाइनल में पहुंच गये। इसके साथ ही पहली बार हॉन्ग कॉन्ग ओपन के फाइनल किन्ही दो भारतीय खिलाड़ियों ने जगह बनायी है।
सिल्वर गर्ल ने बिखेरी चमक
अपने विजय रथ को जारी रखते हुए पीवी सिंधु ने लगातार दूसरे सुपर सीरीज के फाइनल में जगह बना ली है। सिंधु ने ना सिर्फ अपने करिश्माई खेल से सबका दिल जीता बल्कि शानदार खेल का प्रदर्शन करते हुए लगातार दूसरे सुपर सीरीज के फाइनल में जगह बनाने में कामयाब हुई। सिंधु इसके पहले नवंबर में ही चाइना ओपन सुपर सीरीज 2016 अपने नाम कर चुकी हैं। 2013 में सिंधु ऐसी पहली भारतीय महिला बनीं जिसने वर्ल्ड चैंपियनशिप्स में मेडल जीता था।
सेमीफाइनल में हॉन्ग कॉन्ग की चेउंग नगान यी को 21-14, 21-16 से हराया। चेउंग ने साइना नेहवाल को हरा कर सेमीफाइनल में जगह बनाई थी। पीवी सिंधु खिताबी मुकाबले में रविवार को ताइवान के ताइ त्जू यिंग के खिलाफ खेलेंगी। सिंधु का फाइनल मुकाबला शुक्रवार को भारतीय समयानुसार दोपहर 11.30 पर फाइनल मुकाबला खेला जायेगा।
समीर का कमाल
वहीं राष्ट्रीय चैंपियन समीर वर्मा ने शनिवार को दुनिया के नंबर तीन खिलाड़ी को हराकर बड़ा उलटफेर करते हुए हांगकांग ओपन सुपर सीरीज बैडमिंटन के फाइनल में प्रवेश कर लिया। क्वालीफायर के जरिए टूर्नामेंट खेल रहे समीर अब फाइनल में स्थानीय प्रबल दावेदार एनजी का लोंग एंगस से भिड़ेंगे।
सुपर सीरीज के फाइनल में तीसरी बार दो भारतीय
ऐसा मौका बहुत कम आया है, जब दो भारतीयों ने किसी भी टूर्नामेंट के पुरुष और महिला सिंगल्स स्पर्धा के फाइनल में प्रवेश किया हो। रिकॉर्ड के तौर पर साइना नेहवाल और किदांबी श्रीकांत ने 2014 चाइना ओपन और 2015 इंडिया ओपन के फाइनल में जगह बनाई थी, जिसमें दोनों ही विजेता रहे थे।
Source : News Nation Bureau