अंतरराष्ट्रीय ओलिंपिक समिति (IOC) ने डोपिंग मामले में अगले साल साउथ कोरिया में होने वाले विंटर ओलंपिक खेलों में रूस को हिस्सा लेने के लिए बैन कर दिया है। साउथ कोरिया के प्योंगचांग में 9 फरवरी से 25 फरवरी तक विंटर ओलिंपिक खेलों का आयोजन होना है।
हालांकि रूस के ऐसे एथलीट इसमें हिस्सा ले सकते हैं जो ये साबित कर दें कि वो डोपिंग में शामिल नहीं हैं, लेकिन ऐसे खिलाड़ी रूस का झंडा इस्तेमाल नहीं कर सकेंगे।
इस साल 26 नवंबर को ऐथलेटिक्स की वैश्विक संस्था इंटरनैशनल असोसिएशन ऑफ ऐथलेटिक्स फेडरेशंस ने रूस पर 2 साल का बैन रखा था। इससे पहले रूस पर सरकार प्रायोजित डोपिंग के आरोप लगे थे।
इस प्रतिबंध के बाद रूस के ऐथलीट 2016 में हुए रियो ओलिंपिक खेलों और इस साल वर्ल्ड चैंपियनशिप में हिस्सा नहीं ले सके थे। वर्ल्ड ऐंटी-डोपिंग एजेंसी (वाडा) ने गत 16 नवंबर को घोषणा की थी कि रूस ड्रग टेस्टिंग को लेकर अंतरराष्ट्रीय नियमों का अब भी पालन नहीं कर रहा है।
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वाडा रूस से बैन हटाने को तैयार नहीं हुआ था जिसके बाद साउथ कोरिया के प्योंगचांग में होने वाले शीतकालीन ओलिंपिंक खेलों में उसके हिस्सा लेने की संभावना को लेकर सवाल खड़े हो गए थे।
इसके अलावा धोखेबाजी के कारण रूसी खिलाड़ियों के 2014 सोच्चि खेलों में जीते 33 पदक में से 11 पदक पिछले सप्ताह छिन गए थे जिससे वह पदक तालिका में टॉप से चौथे स्थान पर आ गया।
आपको बता दें कि अगले साल रूस में फीफा वर्ल्ड कप होना है और रूस के उप प्रधानमंत्री विताली मुत्को ने इस प्रतिष्ठित टूर्नमेंट के ड्रॉ के बाद कहा था कि डोपिंग के आरोप उनके देश के खिलाफ बुराई की छवि बनाने का प्रयास है। उन्होंने कहा था कि ऐसा इसलिए किया जा रहा है कि क्योंकि रूस स्पोर्ट्स में सुपरपावर है।
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Source : News Nation Bureau