विश्व चैम्पियनशिप कांस्य पदक विजेता तीरंदाज को शनिवार को भारतीय खेल प्राधिकरण के रोहतक केंद्र में लगे जूनियर राष्ट्रीय शिविर से बाहर कर दिया गया क्योंकि वह अधिकारियों से अनुमति लिये बिना ही शिविर छोड़कर घर चली गयी थीं. इस तीरंदाज ने एशियाई खेलों में रजत पदक भी जीता था, वह 21 से 24 जुलाई तक शिविर से अनुपस्थित थीं.
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इसी शिविर के एक तीरंदाजी कोच को भी छोड़ने के लिये कहा गया क्योंकि वह भी अधिकारियों को जानकारी दिये बिना इन्हीं तारीखों को अनुपस्थित थे. भारतीय खेल प्राधिकरण ने इस घटना के संदर्भ में शिविर में संबंधित अधिकारियों से रिपोर्ट मांगी थी, जिसके बाद फैसला किया गया कि एथलीट और कोच को अनुशासनात्मक कदम के तहत शिविर से बाहर कर दिया जाये.
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साइ ने एथलीट और कोच को भेजे गये पत्र में लिखा, ‘‘राष्ट्रीय शिविर में अनुशासन का ध्यान रखना सबसे अहम है और सक्षम अधिकारियों ने इसे गंभीरता से देखा जिससे अनुशासनात्मक कार्रवाई के तहत आपका नाम मौजूदा राष्ट्रीय शिविर से तुरंत प्रभाव से हटाया जाता है. ’’
Source : भाषा