भारतीय महिला टेनिस स्टार सानिया मिर्जा ने कहा है कि गर्भावस्था के दौरान जब उनका वजन काफी बढ़ गया था तो उन्हें ऐसा लगने लगा था कि अब वह फिर से कोर्ट पर वापसी नहीं कर पाएंगी. वर्ष 2010 में पाकिस्तानी क्रिकेटर शोएब मलिक से शादी करने के बाद सानिया मिर्जा ने अक्टूबर 2018 में अपने पहले बच्चे इजहान को जन्म दिया था. इसके बाद उन्होंने जनवरी 2020 में टेनिस कोर्ट पर वापसी की थी. वापसी के बाद उन्होंने अपना पहला टेनिस टूर्नामेंट डब्ल्यूटीए होबार्ट इंटरनेशनल 2020 में महिला युगल में भाग लिया था. सानिया मिर्जा ने अमेरिका की दिग्गज महिला टेनिस खिलाड़ी सेरेना विलियम्स की डाक्यूमेंट्री 'बीइंग सेरेना' देखने के बाद सभी माताओं के लिए खुला पत्र लिखा है.
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सानिया मिर्जा ने अपने पत्र में लिखा, "गर्भावस्था और एक बच्चे ने मुझे एक बेहतर इंसान बनाया. उन्होंने कहा, गर्भावस्था एक ऐसी चीज है, जिसे मैंने अपनी जिंदगी में पहली बार अनुभव किया था. मैंने इसके बारे में सोचा था और मुझे लगता है कि हम सभी के मन में इसके बारे में एक तस्वीर है. लेकिन जब आप इसका अनुभव लेते हैं तो आप इसका मतलब समझते हैं. एक इंसान के रूप में यह आपको बदल देता है. 34 साल की सानिया ने आगे कहा, गर्भावस्था के दौरान 23 किलो वजन बढ़ने के बाद मुझे यकीन नहीं था कि मैं फिर से फिट हो पाऊंगी और दोबारा से टेनिस खेल पाऊंगी.
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सानिया मिर्जा ने कहा, लेकिन मैंने सारी वर्कआउट की और करीब 26 किलो तक अपना वजन कम किया था. मैं इसलिए टेनिस में वापसी कर पाई, क्योंकि मैं इससे प्यार करती थी. आखिरकार, जब मैंने कोर्ट पर वापसी की तो मैंने होबार्ट इंटरनेशनल का खिताब जीता और यह मेरे लिए यह अलग अहसास था.
Source : IANS