भारतीय टेनिस स्टार सानिया मिर्जा ने अपने ऊपर लगे सर्विस टैक्स का भुगतान ना करने के आरोपों को खारिज किया है। सानिया की ओर से कहा गया कि तेलंगाना सरकार ने उन्हें जो एक करोड़ रूपए दिए वह ट्रेनिंग के लिए प्रोत्साहन राशि है। सानिया को 6 फरवरी को सर्विस टैक्स चोरी को लेकर समन दिया गया था।
छह फरवरी को जारी किए गए समन को लेकर गुरुवार को सानिया का चार्टर्ड एकाउंटेंट उनकी ओर से सेवा कर अधिकारियों के सामने पेश हुआ क्योंकि सानिया इनदिनों विदेश में है। अधिकारियों के अनुसार, 'सानिया मिर्जा के प्रतिनिधि ने सेवा कर अधिकारियों के समक्ष कुछ दस्तावेज जमा कराए और कहा कि तेलंगाना सरकार से उन्हें जो एक करोड़ रुपये मिले हैं, वह ट्रेनिंग के लिए प्रोत्साहन राशि थी। ये पैसे उन्हें राज्य का ब्रांड एम्बेसडर होने के नाते नहीं दिए गए।'
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अधिकारियों ने यह भी कहा सानिया की तरफ से दिए गए डॉक्यूमेंट की जांच की जा रही है। इससे पहले सर्विस टैक्स ना देने के मामले में ऑफिस में पेश होने को कहा गया था। सानिया पर कथित तौर पर सर्विस टैक्स का भुगतान नहीं किए जाने के कारण विभाग ने नोटिस भेजा था।
क्या था मामला
2014 में तेलंगाना सरकार स्टेट का ब्रांड एम्बेसडर बनाया था। इसके बाद सानिया को 1 करोड़ की रकम दी गई थी। टैक्स चोरी का यह मामला इसी 1 करोड़ की रकम से जुड़ा है। अफसरों ने पहले ये कहा था कि सानिया को एक करोड़ की रकम उनके ब्रांड एम्बेसडर बनने को लेकर दी गई है। अगर ऐसा है तो उन्हें 20 लाख तक सर्विस टैक्स देना होगा।
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Source : News Nation Bureau