दिल्ली पुलिस इस बात की जांच कर रही है कि छत्रसाल स्टेडियम से ओलंपियन सुशील कुमार के बीच हुए विवाद के बाद जब्त किए गए तीन वाहनों में से एक नीरज बवानिया गिरोह से जुड़ा है या नहीं. दिल्ली पुलिस के एक सूत्र ने बताया कि पुलिस ने 4 मई को स्टेडियम परिसर से एक महिंद्रा स्कॉर्पियो और एक होंडा सिटी सहित तीन वाहन जब्त किए हैं. सभी वाहन वर्तमान में मॉडल टाउन थाने में खड़े हैं. सूत्र ने कहा कि पुलिस इस बात की जांच कर रही है कि सुशील कुमार का बवानिया गिरोह के सदस्यों से कोई संबंध तो नहीं था.
सुशील कुमार की बढ़ी परेशानी, कार्रवाई कर सकता है रेलवे
दिल्ली पुलिस की स्पेशल सेल की ओर से रविवार की सुबह राष्ट्रीय राजधानी से गिरफ्तार किए गए दो बार के ओलंपिक पदक विजेता सुशील कुमार के लिए मुसीबत और भी बढ़ गई है, क्योंकि भारतीय रेलवे में उनकी नौकरी भी अब अधर में लटकी हुई है. सुशील कुमार, भारतीय रेलवे में कार्यरत हैं और छत्रसाल स्टेडियम में ऑफिसर ऑन स्पेशल ड्यूटी (ओएसडी) के तौर पर तैनात हैं, जहां अभ्यास करने वाले एक पहलवान की हत्या होने के बाद विवाद पैदा हो गया था.
उत्तर रेलवे के प्रवक्ता नीरज कुमार ने कहा, दिल्ली सरकार से पत्र मिलने के बाद हम नियमानुसार कार्रवाई करेंगे. सुशील कुमार को उसके सहयोगी अजय कुमार के साथ रविवार सुबह गिरफ्तार किया गया था, जो चार मई को यहां छत्रसाल स्टेडियम में हुए विवाद के बाद पहलवान सागर धनखड़ की मौत के बाद कई राज्यों में 18 दिनों से फरार चल रहे थे.
धनखड़ ने बाद में अस्पताल में दम तोड़ दिया था
दिल्ली पुलिस के अधिकारियों के अनुसार, कुमार को पकड़ने के लिए पुलिस पूरा जो लगा रही थी और इन 18 दिनों के दौरान सुशील ने पंजाब, उत्तर प्रदेश, उत्तराखंड और हरियाणा की यात्रा की थी. आखिरकार रविवार सुबह दिल्ली के मुंडका इलाके से उसे गिरफ्तार कर लिया गया, जब वह कुछ नकदी लेने आया था और राष्ट्रीय स्तर के एक खिलाड़ी से स्कूटी भी ली थी. दिल्ली पुलिस ने कुमार पर एक लाख रुपये और उसके सहयोगी अजय पर 50,000 रुपये के इनाम की भी घोषणा की थी.
Source : IANS/News Nation Bureau