ओलंपिक में भारत के लिए पदक जीतने वाले पहलवान सुशील कुमार आखिरकार गिरफ्तार हो गया है. दिल्ली पुलिस ने उस पर एक लाख रुपये का इनाम रखा है. सुशील कुमार के साथ ही उसका साथी भी पकड़ा गया है. सुशील कुमार को वीडियो कॉफ्रेंसिंग के जरिये जिला कोर्ट में पेशी होगी. इस दौरान टीम पूछताछ के लिए उसको रिमांड पर लेने की मांग कर सकती है. सुशील को गिरफ्तार करने वाली स्पेशल सेल का कहना है कि सुशील कुमार और उसके साथी को दिल्ली के मुंडका से गिरफ्तार किया गया है. बताया जाता है कि फरारी के दौरान सुशील उत्तराखंड, हिमाचल प्रदेश और पंजाब आदि जगहों पर छिपता रहा. पिछले दिनों पंजाब में ही पुलिस को उसकी आखिरी लोकेशन भी मिली थी.
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इस बीच भाजपा ने मांग की है कि सुशील कुमार इस वक्त भगोड़ा है और ऐसे आदमी से पद्मश्री वापस लिया जाना चाहिए. दिल्ली भाजपा के प्रवक्ता प्रवीण शंकर कपूर ने कहा है कि सुशील कुमार को राजीव गांधी खेल रत्न पुरस्कार और अर्जुन अवार्ड के साथ ही पद्मश्री मिला है, उससे ये सारे पुरस्कार वापस लिए जाने चाहिए. प्रवीण शंकर कपूर ने दिल्ली के राज्यपाल अनिल कुमार बैजल को पत्र लिखकर राष्ट्रपति से इसकी संस्तुति की मांग की है. साथ ही उन्होंने दिल्ली सरकार से भी कहा है कि सुशील कुमार को नौकरी से निलंबित किया जाना चाहिए.
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सुशील कुमार छत्रसाल स्टेडियम में एक पूर्व अंतरराष्ट्रीय पहलवान की हत्या में शामिल होने के आरोपों का सामना कर रहा है और पिछले कुछ दिनों से फरार चल रहा था. दिल्ली की रोहिणी अदालत ने हाल में उसे अग्रिम जमानत देने से भी इनकार कर दिया था. सुशील कुमार ने मंगलवार को रोहिणी की जिला अदालत में अग्रिम जमानत के लिए आवेदन दिया था, जिसे अदालत ने खारिज कर दिया था. पहलवान सागर धनखड़ की हत्या में आरोपी बनाए जाने के बाद चार मई से ही उसका कोई अता-पता नहीं था और इसी बारे में फीडबैक और सूचना पाने के लिए दिल्ली पुलिस ने एक लाख रुपये के नकद पुरस्कार की घोषणा की थी. इसी के बाद सुशील कुमार ने जमानत की अर्जी दी थी. अदालत ने 15 मई को सुशील कुमार के खिलाफ गैर-जमानती वारंट जारी किया था. पिछले हफ्ते दिल्ली पुलिस ने कुमार के लिए लुक आउट नोटिस जारी किया था.
पहलवान सागर धनखड़ की हत्या में आरोपी बनाए जाने के बाद चार मई से ही उनका कोई अता-पता नहीं है. इसी के बाद सुशील कुमार ने जमानत की अर्जी दी थी. अतिरिक्त पुलिस उपायुक्त (उत्तर पश्चिम दिल्ली) गुरइकबाल सिंह सिद्धू ने कहा था कि सुशील कुमार के लिए लुकआउट नोटिस जारी किया गया है. सुशील कुमार, भारतीय रेलवे में कार्यरत हैं और छत्रसाल स्टेडियम में विशेष ड्यूटी पर एक अधिकारी (ओएसडी) के रूप में तैनात हैं, जहां कथित तौर पर आपसी विवाद के बाद धनखड़ को मार दिया गया था.
Source : Sports Desk