टोक्यो ओलंपिक 2020 इस वक्त चल रहा है. भारतीय खिलाड़ी भी इस बार ओलंपिक में अच्छा प्रदर्शन कर रहे हैं. खास तौर पर भारतीय हॉकी टीम ने अच्छा प्रदर्शन किया है. भारत की पुरुष और महिला हॉकी टीम ने सेमीफाइनल तक का सफर किया है. ये पहली बार है, जब भारत की पुरुष और महिला हॉकी टीमें सेमीफाइनल तक पहुंची हैं. पुरुष हॉकी टीम ने तो कांस्य पदक जीत भी लिया है. करीब 41 साल बाद पुरुष हॉकी टीम ने ओलंपिक में कोई पदक अपने नाम किया है. इससे एक बार फिर भारत में भारत में हॉकी का युग आने की शुरुआत हो सकती है.
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जहां तक भारतीय पुरुष टीम की बात है तो भारत ने अपना पहला मुकाबला न्यूजीलैंड से 3-2 से जीता. इसके बाद अगले ही मैच में भारत को ऑस्ट्रेलिया के हाथों 1-7 से हार मिली. तीसरे मुकाबले में भारत ने स्पेन को 3-0 से रौंद दिया. अपने चौथे मैच में भारत ने अर्जेंटीना को 3-1 से हराया. पांचवें मुकाबले में भारत ने जापान को 5-3 से हराया. क्वार्टर फाइनल मेंं भारत ने ग्रेट ब्रिटेन को 5-3 से हराया. इसके बाद सेमीफाइनल में भारतीय टीम को बेल्जियम से 5-2 से हार मिली. लेकिन कांस्य पदक के लिए हुए मुकाबले में भारत ने जर्मनी को 5-4 से हराकर ब्रांज मेडल अपने नाम कर ही लिया.
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वहीं महिला टीम की बात करें तो ओलंपिक शुरू होने से पहले विश्व रैंकिंग में नौंवें स्थान पर रही भारतीय महिला टीम ने ऑस्ट्रेलिया को 1-0 से हराकर नया मानक तय किया. कप्तान रानी रामपाल के नेतृत्व वाली महिला टीम को ग्रुप चरण में विश्व की नंबर-1 टीम नीदरलैंड के खिलाफ 1-5 से, जर्मनी के खिलाफ 0-2 से और ग्रेट ब्रिटेन के खिलाफ 1-4 से हार का सामना करना पड़ा था. हालांकि उसने आयरलैंड के खिलाफ 1-0 से जीत दर्ज की और फिर दक्षिण अफ्रीका को 4-3 से हराकर क्वार्टर फाइनल में जाने की उम्मीद बरकरार रखी. यहां ध्यान रखने वाली बात ये कि महिला टीम जिस टीम से हारी, उसे पुरुष टीम ने हराया, वहीं पुरुष टीम जिस टीम से हारी, उसे महिला टीम ने हराया. अब देखना होगा कि क्या भारत में हॉकी के अच्छे दिनों की वापसी होती है या फिर नहीं.
Source : Sports Desk