छह बार की विश्व चैंपियन भारत की मुक्केबाज एमसी मैरीकॉम को यहां चल रहे टोक्यो ओलंपिक में महिला फ्लाईवेट 51 किग्रा भार वर्ग के राउंड-16 मुकाबले में कोलंबिया की इंग्रीट लोरेना वालेंसिया के हाथों हार का सामना करना पड़ा. भारत की ओर से पदक की प्रबल दावेदार मानी जा रहीं मैरी कॉम को वालेंसिया ने करीबी मुकाबले में 3-2 से हराया. मैरी कॉम के इस तरह प्री क्वार्टर फाइनल मुकाबले में हारने से भारत की पदक की उम्मीदों को बड़ा झटका लगा है. वहीं, मैच के बाद मैरी कॉम ने अंपायर के फैसले को दुर्भाग्यपूर्ण बताया. वालेंसिया अपने प्रदर्शन से जहां तीन जजों को प्रभावित करने में कामयाब रहीं वहीं मैरी कॉम से दो जज ही प्रभावित हुए.
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दरअसल, मैरी कॉम के खिलाफ तीन प्रयासों में इंग्रिट की यह पहली जीत है. वास्ताव में भारतीय मुक्केबाज मैरी कॉम ने रिंग में विजेता की घोषणा होने से ठीक पहले अपना हाथ ऊपर उठा लिया था, इससे पहले कि इंग्रिट को विजेता घोषित किया जाता है. मैरीकोम ने वालेंसिया को 2019 में विश्व चैंपियनशिप के क्वार्टर फाइनल में 5-0 से हराया था लेकिन उन्हें यहां हार का सामना करना पड़ा. 32 वर्षीय वालेंसिया अपने प्रदर्शन से जहां तीन जजों को प्रभावित करने में कामयाब रहीं वहीं मैरीकोम से दो जज ही प्रभावित हुए. रियो ओलंपिक की कांस्य पदक विजेता वालेंसिया को पहले राउंड में चार जजों ने 10-10 अंक दिए जबकि मैरीकोम को सिर्फ एक जज ने 10 अंक दिए. दूसरे और तीसरे राउंड में मैरीकोम को तीन जजों ने 10-10 अंक दिए जबकि इन राउंड में वालेंसिया को दो जजों ने 10-10 अंक दिए.
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हालांकि, पहले राउंड में वालेंसिया को मिली बड़ी बढ़त के आधार पर फैसला मैरीकोम के खिलाफ गया. मैरीकोम का यह आखिरी ओलंपिक हो सकता है. इससे पहले, उन्होंने पहले राउंड में डोमिनिका गणराज्य की मिगुएलिना हेरनांडेज गार्सिया को 4-1 से हराया था लेकिन वह प्री क्वार्टर फाइनल की बाधा पार नहीं कर सकीं और ओलंपिक में उनका सफर यहीं समाप्त हुआ.
Source : News Nation Bureau