1980 मॉस्को ओलंपिक में स्वर्ण पदक जीतने वाली भारतीय हॉकी टीम के दो खिलाड़ी महाराज कृष्ण कौशिक और रवींद्र पाल सिंह कोरोना वायरस के कारण अस्पताल में भर्ती हैं और जिंदगी की जंग लड़ रहे हैं. डॉक्टर के अनुसार महाराज कृष्ण कौशिक की हालत गंभीर है और अगले 24 घंटे उनके लिए काफी कठिन हैं. करीब 66 साल के कौशिक दिल्ली के निजी अस्पताल में आईसीयू में भर्ती हैं जबकि रवींद्र पाल सिंह लखनऊ के एक अस्पताल में हैं. गुरुवार की शाम उन्हें नॉन कोविड वार्ड में शिफ्ट किया गया है, लेकिन रवींद्र को लगातार ऑक्सीजन देने की जरूरत है.
यह भी पढ़ें : IPL 2021 : RCB ने किया ये काम, शाकिब और मुस्ताफिजुर पहुंचे अपने घर
महाराज कृष्ण कौशिक के पुत्र ईशान ने आईएएनएस से कहा है कि डॉक्टरों ने कहा है कि अगले 24 घंटे काफी कठिन हैं. उन्होंने कहा कि अगर मेरे पिता पर दवाईयों का असर नहीं हुआ तो उनका शरीर ढलने की संभावना बढ़ जाएगी. मेरे पिता को फिलहाल दुनियाभर की दुआओं की जरूरत है. कौशिक की पत्नी भी कोरोना से संक्रमित हैं और स्वस्थ हो रही हैं. ईशान ने कहा है कि वह अभी ठीक हैं और उम्मीद है कि उन्हें अगले कुछ दिनों में अस्पताल से छुट्टी मिल जाएगी.
यह भी पढ़ें : WTC Final 2021 के लिए टीम इंडिया का ऐलान आज संभव, जानिए किसका दावा मजबूत
रवींद्र पाल सिंह की भांजी प्रज्ञा ने बताया कि उनका परिवार और हॉकी से जुड़े लोग ऑक्सीजन बेड की तलाश में हैं. प्रज्ञा ने आईएएनएस से कहा कि मामा जी कोविड से ठीक हो चुके हैं लेकिन डॉक्टरों का कहना है कि उन्हें एंजाइटी है और वह डिप्रेसड महसूस कर रहे हैं, इसलिए उन्हें ऑक्सीजन की जरूरत है. उन्हें अभी नॉन कोविड वार्ड में शिफ्ट किया गया है. उन्होंने कहा कि लखनऊ में दवाईयों की स्थिति काफी खराब है. मुश्किल से यहां बेड और ऑक्सीजन उपलब्ध हैं. भारतीय हॉकी टीम के पूर्व खिलाड़ी रजनीश मिश्रा सहित कुछ हॉकी खिलाड़ियों ने मामा की मदद की. रजनीश ने बताया कि हॉकी कनेक्शन से रवींद्र की मदद करने में सफलता मिली. उन्होंने बताया कि विवेकानंद पोलीक्लीनिक का पीआरओ विशाल सिंह पूर्व हॉकी खिलाड़ी प्रवीन का भाई हैं. उन्होंने रवींद्र को नॉन कोविड अस्पताल में बेड दिलाने में अहम भूमिका अदा की. प्रज्ञा ने कहा कि डॉक्टरों ने कहा है कि अगर मामाजी थोड़ी कोशिश करते तो इससे जल्द स्वस्थ होने में मदद मिलेगी. उल्लेखनीय है कि कौशिक ने 1980 ओलंपिक के फाइल में स्पेन के खिलाफ भारत को मिली 4-3 से जीत में गोल किया गया था.
Source : IANS