विश्व डोपिंग रोधी एजेंसी (वाडा) ने कोरोनोवायरस के प्रकोप के बीच डोप टेस्ट को लेकर नई गाइडलाइंस जारी की हैं. वाडा और एनएडीओ के एडवाइजरी ग्नुप की शुक्रवार को टेलीकॉन्फ्रेंस की बैठक हुई थी, जिसमें एंटी डोपिंग संगठन (एडीओ) से स्थानीय स्वास्थ अधिकारियों द्वारा लगाई गई पाबंदियों के तहत काम करने को कहा गया है, ताकि खिलाड़ियों का पूर्ण तरह से सुरक्षा की जा सके और साथ ही डोपिंग नियंत्रण कार्यक्रम की अखंडता को बचाया जा सके.
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एडीओ को पालन करनी होंगी सभी गाइडलाइंस
वाडा ने कहा है कि अगर टेस्ट करने वाले अधिकारियों को कोरोनावायरस से पीड़ित पाया जाता है, तो जिन खिलाड़ियों का उन्होंने टेस्ट किया है उनको इस बात की सूचना दे दी जाएगी. वाडा ने कहा, "मास्क का उपयोग करना, काम की जगह को कीटाणुरहित करना और अगर स्थानीय पाबंदियां टेस्ट के दौरान सामने आती हैं तो एडीओ को उनका पालन करना होगा." गाइडलाइंस के मुताबिक, एडीओ को खिलाड़ियों के ठिकानों को पता लगाना होगा और उनकी गतिविधियों पर नजर रखनी होगी क्योंकि अगर विदेशों में सफर कर रहा है तो यह जानकारी काफी उपयोगी साबित हो सकती है.
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गाइडलाइंस में एडीओ को सलाह दी गई है कि अगर टेस्ट प्रोग्राम जारी रहता है तो स्वास्थ अधिकारियों के मुताबिक बेहतर बचाव के विकल्प शामिल करने होंगे, ताकि सैम्पल लेने वाले अधिकारियों की सुरक्षा का ख्याल रखा जा सके.
एंटी डोपिंग और खेल से काफी आगे निकल चुका है कोरोना
वाडा के अध्यक्ष विटोल्ड बांका ने कहा, "खेल जगत इस समय एक अजीब स्थिति से गुजर रहा है. कोविड-19 ने वाडा सहित सभी हितधारकों को अपने रोजमर्रा के कार्यक्रम के साथ बदलाव करने को मजबूर कर दिया है, लेकिन यह मामला एंटी डोपिंग और खेल से आगे चला गया है. यह वैश्विक इमरजेंसी है और हमारी पहली प्राथमिकता जनस्वास्थ, सुरक्षा और सामाजिक जिम्मेदारी है." वाडा ने कहा है कि वह कोरोनावायरस के चलते लगातार जानकारी देना जारी रखेगी.
Source : IANS