WFI Elections : पंजाब-हरियाणा हाई कोर्ट (Punjab-Haryana High Court) ने शुक्रवार को अगले आदेश तक के लिए रेसलिंग फेडरेशन ऑफ इंडिया (डब्ल्यूएफआई) के चुनाव पर रोक लगा दी है. भारतीय कुश्ती संघ के लिए शनिवार को चुनाव होना था, लेकिन अब हाई कोर्ट के फैसले के बाद कल चुनाव नहीं होगा. हरियाणा की 2 रेसलिंग फेडरेशन के विवाद पर हाई कोर्ट ने यह आदेश दिया है. अब 28 अगस्त तक डब्ल्यूएफआई चुनाव पर रोक रहेगी.
यह भी पढ़ें : Maharashtra: सुप्रीम कोर्ट ने नवाब मलिक को दी जमानत, फरवरी 2022 से जेल में थे पूर्व मंत्री
जानें क्यों हाई कोर्ट ने लगाई चुनाव पर रोक
हरियाणा पंजाब हाई कोर्ट में हरियाणा रेसलिंग एसोसिएशन की याचिका पर सुनवाई हुई. याचिकाकर्ता एसोसिएशन का आरोप है कि इस चुनाव में उनकी बजाय एक अन्य एसोसिएशन को भाग लेने की इजाजत दी गई है, जबकि वे राज्य ओलंपिक एसोसिएशन से एफिलिएटेड हैं. वहीं, दूसरी एसोसिएशन का कहना है कि वह रेसलिंग फेडरेशन ऑफ इंडिया से एफिलिएटेड हैं, जबकि याचिकाकर्ता एसोसिएशन नहीं है. काफी देर तक चली बहस के बाद हाईकोर्ट ने शनिवार को होने वाले रेलिंग फेडरेशन ऑफ इंडिया के चुनाव पर अगले आदेश तक रोक लगा दी है.
यह भी पढ़ें : BED Vs BTC: सुप्रीम कोर्ट से बीटीसी डिप्लोमा धारकों को बड़ी राहत, अब प्राइमरी स्कूल के शिक्षक नहीं बन सकेंगे बीएड अभ्यर्थी
जानें क्यों पहलवानों ने जताई आपत्ति
भारतीय कुश्ती संघ के 15 पदों के लिए 30 प्रत्याशियों ने दांवा ठोका है. कुश्ती संघ के पूर्व अध्यक्ष बृजभूषण शरण सिंह के करीबी संजय सिंह ने अध्यक्ष पद पर नामांकन किया है. उनकी उम्मीदवारी के खिलाफ पहलवान खिलाड़ियों ने आपत्ति जताई था. इसे मुद्दे को लेकर उन्होंने केंद्रीय खेल मंत्री अनुराग ठाकुर से भी शिकायत की थी. पहलवान अध्यक्ष पद के लिए महिला उम्मीदवार अनीता श्योराण का सपोर्ट कर रहे हैं. अनीता राष्ट्रमंडल खेलों की पूर्व गोल्ड मेडलिस्ट और यौन उत्पीड़न के मामले में फंसे बृजभूषण के खिलाफ गवाह भी हैं.
Source : News Nation Bureau