भारत की सानिया मिर्जा और रोहन बोपन्ना विंबलडन चैंपियनशिप में मिश्रित युगल प्री-क्वार्टर फाइनल में आंद्रेजा क्लेपैक की डच-स्लोवेनियाई जोड़ी जीन-जूलियन रोजर से 3-6, 6-3, 9-11 से हार गए. इसके साथ ही अब वह विंबलडन से भी बाहर हो गए हैं. यह मैच दो दिनों तक खेला गया. बोपन्ना की सर्विस और नेट प्ले काफी मजबूत रहा, लेकिन सानिया की सर्विस पर लगातार दबाव बनता रहा. यह मैच बारिश से प्रभावित रहा जिसमें जीन जूलियन रोजर और आंद्रेजा क्लेपाक की 14वीं वरीयता प्राप्त जोड़ी ने एक सेट की बढ़त बनाने के बाद 6-3 3-6 11-9 से जीत हासिल की. सानिया ने वापसी के बाद प्रतिस्पर्धी टेनिस ज्यादा नहीं खेला है जिससे वह अपनी सर्विस में जूझती नजर आईं.
सानिया की तुलना में बोपन्ना का खेल बेहतरीन
तीसरे और निर्णायक सेट में जब स्कोर 5-6 था तब सानिया मिर्जा ने कुछ चिंताजनक पलों को संभालते हुए खुद को मुकाबले में बनाए रखा, लेकिन इस दौरान बोपन्ना अलग ही लेवल पर खेल रहे थे. उन्होंने नेट पर गजब के रिफ्लेक्सेज दिखाए. जब स्कोर 9-10 था तब फिर से सानिया ने सर्विस की. इस पर जीन जूलियन रोजर ने जोरदार विनर लगाया. इससे गेम में स्कोर 15-15 हो गया. लेकिन फिर बोपन्ना की वॉली लाइन के पार चली गई. इससे विरोधी जोड़ी के पास मैच पॉइंट का मौका आ गया. इस पर डच खिलाड़ी ने शानदार सर्विस विनर लगाया जो बोपन्ना के पास से गुजर गया और भारतीय जोड़ी हार गई. यह सानिया का टोक्यो ओलंपिक से पहले अंतिम टूर्नामेंट है जिसमें वह अंकिता रैना के साथ महिला युगल स्पर्धा में हिस्सा लेंगी. इस हार से ग्रास कोर्ट ग्रैंडस्लैम में भारतीय चुनौती भी समाप्त हो गई.
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महिला युगल में दूसरे दौर में हारी थी सानिया
इससे पहले सानिया मिर्जा और उनकी साथी बेथेनी माटेक-सेंड्स को महिला युगल के दूसरे दौर में हार का सामना करना पड़ा था. इन्हें रूस की एलेना वेस्निना और वेरोनिका कुडेरमेटोवा ने सीधे सेटों में 6-4,6-3 से शिकस्त दी थी. सानिया तीन साल बाद विंबलडन खेलने उतरी थीं. पिछले साल कोरोना के चलते यह टूर्नामेंट हो नहीं पाया था और उससे पहले सानिया बेटे के जन्म के चलते टेनिस कोर्ट से दूर थीं. इसी साल उन्होंने कोर्ट पर वापसी की और इसके बाद यह उनका पहला ही ग्रैंडस्लैम टूर्नामेंट था.
HIGHLIGHTS
- दो दिन तक खेला गया मुकाबला
- बोपन्ना के शानदार शाट्स
- सानिया को करना पड़ा संघर्ष