दक्षिण अफ्रीका के स्टार धावक व्याडे वान निएकेर्क ने आईएएएफ विश्व एथलेटिक्स चैम्पियनशिप में पुरुषों की 400 मीटर रेस में अपनी बादशाहत कायम रखते हुए स्वर्ण पदक हासिल किया। मंगलवार की रात ओलम्पिक स्टेडियम में हुई इस स्पर्धा में निएकेर्क ने सभी प्रतिस्पर्धियों से आगे रहते हुए 43.98 सेकेंड में फिनिश लाइन पार की।
अपनी जीत के बाद एक बयान में निएकेर्क ने कहा, 'इस विश्व खिताब को एकबार फिर जीतना शानदार रहा। यह आर्शीवाद है। आशा है प्रशंसकों ने इस रेस का आनंद लिया होगा।'
इससे पहले, 2015 में हुए विश्व एथलेटिक्स चैम्पियनशिप में भी निएकेर्क ने ही स्वर्ण पदक जीता था। तब उन्होंने 43.48 सेकेंड का समय निकाला था। इस स्पर्धा का विश्व रिकार्ड भी निएकेर्क के नाम ही है, जो उन्होंने पिछले साल हुए रियो ओलम्पिक में बनाया था। ओलम्पिक में उन्होंने 43.03 सेकेंड का समय निकालते हुए स्वर्ण जीता था।
दूसरे स्थान पर बहमास के स्टीव गार्डिनर रहे। उन्होंने 44.41 सेकेंड का समय निकालते हुए रजत पदक अपने नाम किया। कांस्य पदक कतर के अबदालेह हारौन के नाम रहा। उन्होंने 44.48 सेकेंड का समय निकाला।
कांस्य पदक विजेता हारौन ने कहा, 'मेरे देश के लिए मेरा इस पदक को जीतना खास पल रहा है। मैं गर्व के साथ इस कांस्य पदक को अपने साथ अपने देश ले जा सकता हूं।'
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वहीं दूसरी तरफ, फ्रांस के पिएरे एम्ब्रोस बोसे ने पुरुषों की 800 मीटर रेस में स्वर्ण पदक पर कब्जा जमाया है। बोसे मंगलवार रात खेली गई इस स्पर्धा में 1: 44:76 मिनट का समय निकालते हुए सोना अपने नाम करने में सफल रहे।
अंतर्राष्ट्रीय एथलेटिक्स चैम्पियनशिप की वेबसाइट पर बोसे ने कहा, 'मुझे खतरा मोल लेना पसंद है। मंगलवार को भी मैंने जोखिम उठाया। मैंने इस जीत को काफी प्रतिबद्धता के साथ अपने नाम किया है।'
इस स्पर्धा में पोलैंड के एडम कोट दूसरे स्थान पर रहे। वह 1:44:95 मिनट का समय निकालते हुए रजत पदक हासिल करने में सफल रहे। केन्या के किपयेगोन बेट ने स्पर्धा का कांस्य पदक अपने नाम किया। उन्होंने 1:45:21 मिनट का समय निकालते हुए तीसरा स्थान हासिल किया।
स्वर्ण पदक न जीतने पर निराशा जताते हुए एडम ने अपने बयान में कहा, 'सेमीफाइनल के बाद मैं आश्वस्त था कि मैं स्वर्ण पदक के लिए लड़ सकता हूं। मैंने एक छोटी तकनीकी गलती की, मैं शुरुआत में थोड़ी और तेजी पकड़ सकता था।'
कांस्य पदक विजेता बेट ने कहा, 'यह रेस काफी मुश्किल थी। मैंने आखिरी चरण में स्वयं को तेज करने के लिए काफी जोर लगाया, लेकिन आपको रेस के अंत तक मजबूत रहने की जरूरत होती है।'
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Source : News Nation Bureau