फॉर्मूला वन वर्ल्ड चैंपियन निको रोजबर्ग ने शुक्रवार को अपने रिटायरमेंट का ऐलान कर दिया। अभी 26 नवम्बर को ही निको रोसबर्ग ने तीन बार के चैंपियन लुइस हैमिल्टन को पछाड़कर फॉर्मूला वन वर्ल्ड चैंपियन का खिताब जीता था।
उन्होंने शुक्रवार को प्रेस कॉन्फ्रेस करते हुए कहा, 'यह खिताब जितना मेरा सबसे बड़ा सपना था।'
निको रोसबर्ग ने अपने फेसबुक पर लिखा है, 'रेसिंग के 25 सालों में यह खिताब मेरा सपना था, मेरा एक ही सपना था फॉर्मूला रेस का विश्व चैंपियन बनना। कड़ी मेहनत, कई मुश्किलों और त्याग के बाद मैंने इसे हासिल किया है। मैंने अपना एवरेस्ट चढ़ लिया है। अब मैं अच्छा अनुभव कर रहा हूं। मैं उन सबका शुक्रिया करना चाहूंगा जिन्होंने मेरा साथ दिया और मेरे सपोर्ट में खड़े रहें।'
अबु धाबी में हुई सीज़न की आख़िरी रेस में रोसबर्ग ने दूसरा स्थान हासिल कर वर्ल्ड चैंपियनशिप जीता था। इससे पहले रोसबर्ग के पिता भी 1982 में विश्व विजेता बने थे।
31 वर्षीय रोसबर्ग ने बताया कि 'सुजुका' में जीत हासिल करने के बाद से ही वो रिटारयमेंट के बारे में सोचने लगे थे।
उन्होंने सबसे पहले इस फ़ैसले की जानकारी अपनी पत्नी और अपने मैनेजर को दी। बाद में उन्होंने अपनी टीम से रिटायरमेंट की जानकारी साझा की।
Source : News Nation Bureau