टोक्यो ओलंपिक 2020 में भारत के पहलवान दीपक पुनिया को पुरुष फ्रीस्टाइल 86 किग्रा भार वर्ग के कांस्य पदक मुकाबले में सैन मरिनो के माइल्स अमीन के हाथों 2-4 से हार का सामना करना पड़ा. दीपक पुनिया को बुधवार को सेमीफाइनल मुकाबले में अमेरिका के डेविड टेलर के हाथों हार का सामना करना पड़ा था, लेकिन दीपक से कांस्य पदक जीतने की उम्मीद थी. हालांकि, इस हार के साथ ही उनसे कांस्य लाने की उम्मीद भी टूट गई. इसके बाद एक बड़ी खबर सामने आई. पता चला है कि मुकाबले के बाद दीपक पुनिया के कोच ने मैच रेफरी पर हमला कर दिया. दीपक पुनिया के कोच मेराड गेड्रोव हैं और वे रूस के रहने वाले हैं. पिछले काफी समय से वे दीपक पुनिया से जुड़े हुए हैं. बताया जाता है कि इसके बाद उन्हें टोक्यो ओलंपिक से बाहर कर दिया गया है.
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मीडिया रिपोर्ट में कहा गया है कि जब दीपक पुनिया कांस्य पदक वाले मुकाबले में जब हार गए, उसके बाद कोच मेराड गेड्रोव मैच रेफरी के कमरे में गए और उन पर हमला कर दिया. इसके बाद विश्व कुश्ती निकाय ने आईओसी को पूरा मामला बताया और कार्रवाई के लिए भारतीय कुश्ती महासंघ को भी बुलाया. इसके बाद भारतीय कुश्ती महासंघ ने मामले को लेकर माफी मांगी और बताया गया कि कोच मेराड गेड्रोव को टर्मिनेट कर दिया गया है.
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बता दें कि कांस्य पदक के मुकाबले में दीपक ने पहले पीरियड में शुरुआती दो अंक जुटाए लेकिन अमीन ने भी एक अंक हासिल किया. इसके साथ ही दीपक पहले पीरियड में अमीन पर भारी रहे और उन्होंने 2-1 की बढ़त ली. दूसरे पीरियड में अमीन ने वापसी कर दो अंक जुटाकर 3-2 की बढ़त बनाई. इसके बाद उन्होंने फिर दीपक को चित्त कर एक अंक बटोरा और 4-2 की बढ़त लेकर मुकाबले को जीत कांस्य पदक हासिल किया. दीपक पुनिया अपनी शुरुआती बढ़त को बरकरार नहीं रख सके और उनका टोक्यो ओलंपिक में सफर यहीं समाप्त हो गया.
Source : Sports Desk