पहलवान सागर धनगर की हत्या के आरोपी सुशील कुमार से जेल के अंदर पहलवानी भले छूट गई है लेकिन उसके सिर पर मंडराते काला जठेड़ी और लॉरेंस बिश्नोई गैंग की दुश्मनी के काले बादल नहीं छंटे, यही वजह है कि सुशील का कोरेंटिन पीरियड पूरा होने के बाद भी उसे तिहाड़ जेल में शिफ्ट नहीं किया जा रहा. नियमों के हिसाब से उसे क्वॉरेंटाइन पीरियड पूरा होने के बाद तिहाड़ जेल में शिफ्ट किया जाना था, क्योंकि वहां उसका दुश्मन लॉरेंस बिश्नोई जेल नंबर एक की हाई सिक्योरिटी सेल में बंद है, इसलिए तिहाड़ जेल प्रशासन ने एक बैठक के पश्चात यह तय किया कि सुशील को फिलहाल मंडोली की जेल नंबर 15 में ही रहने दिया जाए, यानी सुशील का एकांतवास अभी जारी रहेगा.
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दूसरी और सुशील जेल में सामान्य कैदियों की तरह है, शुरुआती कुछ दिनों में उसने सुबह शाम दो–2 घंटे अपनी सेल में कसरत करनी शुरू कर दी थी, प्लास्टिक बोतल के बड़े जार में पानी भर कर डंबल बनाए थे, लेकिन मीडिया रिपोर्ट्स और अदालत से उसकी स्पेशल फूड सप्लीमेंट्स की अर्जी खारिज होने के बाद उसे गहरा धक्का लगा, अब जेल सूत्रों का कहना है कि वह सामान्य कैदियों जैसा व्यवहार कर रहा है.
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स्पेशल डाइट ना मिलने की वजह से सुबह शाम कसरत करता भी नजर नहीं आता है, अक्सर अपनी सेल में लेटा हुआ दिखाई देता है. उसके ऊपर 24 घंटे सीसीटीवी कैमरों से निगरानी रखी जा रही है और एक अर्ध सैनिक बल का जवान भी उसकी सेल पर तैनात रहता है.
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बता दें कि सुशील कुमार को पहलवान सागर धनखड़ के हत्या के आरोप में गिरफ्तार किया गया है. सुशील पर आरोप है कि उसने अपने कुछ साथियों के साथ मिलकर सागर पहलवान की पिटाई की जिसकी वजह से उसकी मौत हो गई.
HIGHLIGHTS
- जेल में सुशील की कसरत छूटी लेकिन खतरा बरकरार
- सुशील का क्वॉरेंटाइन पीरियड पूरा उसके बाद तिहाड़ में किया जाना था शिफ्ट
- जेल में नहीं मिल रही कोई खास सहूलियत, सामान्य कैदियों की तरह है