Wrestlers Protest: देश में पिछले तकरीबन 1 महीने से चल रहे पहलवानों का विरोध प्रदर्शन अब इंटरनेशनल मुद्दा बनता नजर आ रहा है. दुनियाभर में पहलवानों की सर्वोच्च संस्था यूनाइटेड वर्ल्ड रेसलिंग (UWW) ने 30 मई को पहलवानों पर पुलिसिया कार्रवाई और उनकी गिरफ्तारी पर कड़ा बयान जारी किया है. इसके साथ ही बृजभूषण शरण सिंह के खिलाफ जारी जांच पर भी निराशा व्यक्त किया है. UWW ने अपने बयान में कहा है कि अगर 45 दिन के भीतर भारतीय कुश्ती संघ (WFI) का चुनाव नहीं हुआ तो वह भारत को सस्पेंड कर देंगे.
बता दें कि देशभर के पहलवान भारतीय कुश्ती संघ के अध्यक्ष बृजभूषण शरण सिंह के खिलाफ दिल्ली के जंतर-मंतर पर प्रदर्शन कर रहे थे. दरअसल, इन सभी पहलवानों ने भारतीय कुश्ती संघ के अध्यक्ष बृजभूषण शरण सिंह पर यौन उत्पीड़न का आरोप लगाया है. इसमें साक्षी मलिक, विनेश फोगाट और बजरंग पूनिया जैसे पहलवान जंतर-मंतर पर धरना दे रहे थे.
यह भी पढ़ें: Shubman Gill IPL 2023: गिल को कई अवॉर्ड के साथ कितने मिले पैसे? जानकर चौंक जाएंगे
पहलवान गंगा नदी में बहाने वाले थे मेडल
28 मई को दिल्ली पुलिस द्वारा की गई कार्रवाई करने और हिरासत में लिए जाने के बाद मंगलवार (30 मई) को पहलवान अपनी जीती हुई मेडल को हरिद्वार के गंगा जी में बहाने पहुंचे थे. पहलवानों के साथ सैकड़ों की संख्या में उनका समर्थकों की भीड़ भी थी. हालांकि पहलवानों ने अपनी मेडल को बहाया नहीं. दरअसल किसान नेता राकेश टिकैत और उनके बड़े भाई नरेश टिकैत पहलवानों को समझाने के लिए हरिद्वार पहुंचे. उन्होंने पहलवानों को मनाया कि वह मेडल को गंगा में न बहाए.
यह भी पढ़ें: WTC Final 2023 Prize Money: भारत और ऑस्ट्रेलिया में से कौन मारेगा बाजी? जानें विजेता टीम को कितना मिलेगा इनाम
इस दौरान साक्षी मलिक, विनेश फोगाट और बजरंग पूनिया मौजूद थे. उनके समर्थकों ने उनके चारों ओर घेरा बनाया हुआ था. पहलवान ‘हर की पौड़ी’ पहुंचकर कुछ मिनट तक चुपचाप खड़े रहे. फिर सभी गंगा के किनारे बैठकर रोने लगे. पहलवानों ने ऐलान किया है कि उनका प्रदर्शन अभी खत्म नहीं हुआ है और वह अब इंडिया पर आमरण प्रदर्शन करेंगे. हालांकि दिल्ली पुलिस ने प्रदर्शन के लिए कोई अनुमति नहीं दी है.