भारतीय पुरुष और महिला हॉकी टीम ने यूथ ओलम्पिक खेलों में रजत पदक हासिल किया. रविवार देर रात खेले गए फाइनल मैच में पुरुष टीम को मलेशिया से 4-2 से हार मिली. इस मैच में भारतीय टीम के दोनों गोल कप्तान विवेक सागर प्रसाद ने किए. विवेक ने तीसरे मिनट में गोल दागकर भारतीय टीम को शुरुआत में ही 1-0 की बढ़त दे दी. इसके बाद पांचवें मिनट में फिरादुस रोस्दी ने मलेशिया के लिए गोल कर स्कोर 1-1 से बराबर कर लिया.
अगले ही मिनट में विवेक ने एक बार फिर गोल कर भारत को मलेशिया के खिलाफ 2-1 की बढ़त दी लेकिन इस बढ़त को टीम अधिक देर तक कायम नहीं रख सकी.
अखिमुल्लाह अनौर (14वें, 19वें मिनट) और आरिफ इशाक (17वें मिनट) ने मलेशिया के लिए गोल कर उसे 4-2 से मजबूत बढ़त दी और इसे अंत तक कायम रखते हुए मलेशिया ने भारत को हराकर स्वर्ण पदक पर कब्जा जमाया.
वहीं भारतीय महिला हॉकी टीम को रविवार देर रात खेले गए फाइनल मुकाबले में अर्जेंटीना के हाथों 1-3 से मिली हार के कारण स्वर्ण पदक से चूक गई. इस मैच में भारत के लिए एकमात्र गोल इस टूर्नामेंट में शानदार प्रदर्शन करने वाली मुमताज खान ने किया.
इसके अलावा अर्जेटीना के लिए गिनेला पेलेट, सोफिया रामालो और ब्रीसा ब्रुगेसर ने किया. अर्जेटीना ने महिला हॉकी में किसी भी वर्ग में पहली बार ओलम्पिक खेलों का स्वर्ण पदक हासिल किया है.
मुमताज ने पहले ही मिनट में गोल कर भारतीय टीम का खाता खोल उसे अच्छी शुरुआत दी, लेकिन टीम इस लय को अंत तक कायम नहीं रख पाई. पेलेट ने सातवें मिनट में अर्जेंटीना के लिए गोल करते हुए उसका स्कोर 1-1 से बराबर कर दिया.
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इसके बाद सोफिया ने नौवें मिनट और ब्रीसा ने 12वें मिनट में गोल कर टीम को 3-1 की मजबूत बढ़त दे दी. इस बढ़त के खिलाफ भारतीय टीम बराबरी नहीं कर सकी और उसे अंत में 1-3 से हार के साथ रजत पदक से संतोष करना पड़ा.
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Source : IANS