Neeraj Chopra: पेरिस ओलंपिक 2024 में नीरज चोपड़ा को खुद से और देश को उनसे गोल्ड मेडल की उम्मीद थी लेकिन नीरज के लगातार दूसरा गोल्ड जीतने का सपना पूरा नहीं हो सका. ओलंपिक 2024 के फाइनल में वे 89.45 की श्रेष्ठ थ्रो फेंक सके और उन्हें सिल्वर मेडल मिला. 92.97 की दूरी का थ्रो फेंक पाकिस्तान के अरशद नदीम पहले स्थान पर रहे. गोल्ड न जीत पाने की कसक नीरज के चेहरे पर साफ देखी जा सकती है. हालांकि उन्होंने एक स्पोर्ट्स पर्सन का फर्ज निभाया. वे मुस्काते रहे और नदीम को बधाई दी लेकिन उनके अंदर गोल्ड न जीत पाने की निराशा बैठ चुकी थी. इसकी वजह भी उन्होंने मैच के बाद हुए प्रेस कांफ्रेंस में बताई.
इस वजह से गोल्ड नहीं जीत सके नीरज
नीरज चोपड़ा जैवलिन फाइनल के बाद प्रेस कांफ्रेंस के लिए पाकिस्तान और ग्रेनाडा के एथलीट के साथ पहुंचे थे. इस दौरान उन्होंने बताया कि वे लंबे समय से ग्रोइंग इंजरी से जूझ रहे हैं. इसी वजह से वे पिछले महीनों में काफी कम टूर्नामेंट में खेले हैं. फाइनल के दौरान थ्रो करते हुए उन्हें थ्रो के साथ इंजरी की भी चिंता थी. इस वजह से भी वे अपना बेस्ट नहीं कर सके. उन्हें विश्वास था कि वे अरशद के आगे जा सकते हैं लेकिन वे ऐसा नहीं कर सके. इंजरी ने कहीं न कहीं उन्हें बांध रखा था और अब वे इससे संबंधित जल्द की कोई बड़ा निर्णय लेंगे.
दो बड़े निर्णय जल्द
नीरज ने प्रेस कांफ्रेंस में कहा कि उनके पास बहुत बेहतर करने की क्षमता है और इसके लिए वे खुद को फिट रखना चाहते हैं. नीरज के इस बयान के बाद ये कयास लगाए जा रहे हैं कि वे जल्द ही हार्निया का ऑपेरशन कराने वाले हैं. हार्निया की वजह से वे पिछले महीने में काफी परेशान रहे हैं. प्रेस कांफ्रेंस में नीरज ने अपने खेल के तकनीक में बदलाव की बात की थी. इसके बाद ये माना जा रहा है कि नीरज अपने कोचिंग स्टाफ में बड़ा बदलाव कर सकते हैं. नीरज अपने कोच क्लाउस बार्टोनिट्ज से अलग हो सकते हैं. बार्टोनिट्ज 2018 से नीरज के साथ काम कर रहे हैं. रिपोर्ट के मुताबिक वे नीरज को ज्यादा समय नहीं दे पाते साथ ही वे तकनीक अपग्रेड नहीं कर पा रहे. इस वजह से भी नीरज उनसे अलग हो सकते हैं.
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