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Rahul Dravid: वो एक घटना जिसने राहुल द्रविड़ को भारतीय क्रिकेट का विलेन बना दिया

Rahul Dravid: भारतीय क्रिकेट टीम में राहुल द्रविड़ की छवि एक बेहतरीन क्रिकेटर, कोच और सुलझे हुए व्यक्ति के रुप में रही है. उनसे जुड़े विवाद भी न के बराबर सुनने को मिलते हैं. लेकिन एक ऐसी घटना भी घटी है जिसकी वजह से राहुल द्रविड़ को विलेन के रुप में देखा जाता है.

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Pankaj Kumar
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one incident which made Rahul Dravid villain of Indian Cricket

Rahul Dravid (Image- Social Media)

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Rahul Dravid: भारतीय क्रिकेट टीम के पूर्व कप्तान और कोच राहुल द्रविड़ की छवि एक बेहद सुलझे हुए व्यक्ति की रही है. बतौर खिलाड़ी या फिर कोच राहुल द्रविड़ ने प्रशंसा ही पाई है. शायद ही कोई क्रिकेट फैन या आलोचक होगा जो राहुल द्रविड़ के लिए कोई नकारात्मक सोच रखता होगा. लेकिन कहा जाता है कि जीवन कभी न कभी ऐसी घटनाएं हमसे हो जाती हैं जो हमारे अपयश का कारण बन जाती हैं और पूरी जिंदगी हमारे साथ चलती रहती हैं. राहुल के जीवन में भी ऐसी एक घटना घट चुकी है जिसने उनकी छवि निगेटिव बना दी थी.

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20 साल पहले घटी थी ये घटना

जिस एक घटना की वजह से राहुल द्रविड़ को बारे में आपको कुछ नकारात्मक सुनने की मिल सकता है या फिर वास्तव में उन्हें विलेन के रुप में देखा जाता है वो 20 साल पहले घटी थी और ये उन्हीं के द्वारा की गई. भारतीय टीम 2004 में पाकिस्तान दौरे पर पर थी.मुल्तान में 28 मार्च से 1 अप्रैल तक टेस्ट था. पहले बैटिंग करते हुए भारत ने पहली पारी में 5 विकेट पर 675 रन बनाए थे. वीरेंद्र सहवाग ने 309 रन की पारी खेली थी जबकि सचिन तेंदुलकर 194 रन पर नाबाद लौटे थे.

एक फैसला इमेज पर पड़ा भारी 

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आप सोच रहे होंगे कि पहली पारी में विकेट होने के बावजूद तेंदुलकर 194 पर नाबाद क्यों लौटे थे. तो इसका जवाब है राहुल द्रविड़. दरअसल, द्रविड़ उस मैच में भारत के कप्तान थे. उन्होंने ने ही भारत की पारी घोषित कर दी और सचिन अपना दोहरा शतक पूरा नहीं कर पाए. इस घटना की वजह से राहुल को काफी आलोचना झेलनी पड़ी थी. उनके लिए ये तक कहा गया कि उन्होंने सचिन की टेस्ट में दोहरे शतकों की संख्या को कम रखने के लिए ऐसा निर्णय लिया. इस फैसले ने द्रविड़ की छवि को खराब किया था.  तब सचिन और द्रविड़ के बीच भी दूरियों की खबरें आई थी. हालांकि दोनों के बीच रिश्ते सामान्य ही रहे. बता दें कि टेस्ट में सचिन के 6 और द्रविड़ के 5 दोहरे शतक हैं.  इस घटना के अलावा द्रविड़ के पूरे करियर में ऐसा कुछ नहीं हुआ जिससे उनकी छवि नकारात्मक बनी हो.

पारी से जीता था भारत भारत ने द्रविड़ की कप्तानी में वो मैच पारी से जीता था. पहले बैटिंग करते हुए भारतीय टीम ने 675 रन बनाए थे. इसके जवाब में पाकिस्तान की पहली पारी 407 सिमट गई थी. फॉलोआॉन खेलते हुए पाकिस्तान की दूसरी पारी सिर्फ 216 पर सिमट गई और भारत ने ये मैच पारी और 52 रन से जीता था. पहली पारी में इरफान पठान ने 4 तो दूसरी पारी में अनिल कुंबले ने 6 विकेट लिए थे.  

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