Punjab Kings IPL 2024: एक समय था जब आईपीएल की फ्रेंचाइजी बड़े विदेशी कोचों के पीछे भागती थी और उनके लिए करोड़ों रुपये खर्च करती थी लेकिन अब स्थिति बदली है. आईपीएल में भी अब भारतीय कोचों का जलवा है. गौतम गंभीर और आशीष नेहरा और चंद्रकांत पंडित की सफलता ने आईपीएल फ्रेंचाइजियों को भारतीय कोचों के प्रति दृष्टिकोण बदला है और अब टीमें विदेशी की जगह स्वदेशी कोच को रखने में ज्यादा रुचि दिखा रही हैं. दिल्ली कैपिटल्स के रिकी पोटिंग से अलग होने के बाद अब खबर है कि पंजाब किंग्स भी हेड कोच ट्रेवर बेलिस से नाता तोड़ सकती है और उनकी जगह किसी भारतीय दिग्गज की नियुक्ती हो सकती है.
पिछले 2 साल में कैसा रहा प्रदर्शन?
ट्रेवर बेलिस को पंजाब किंग्स ने आईपीएल 2023 में कोच बनाया था. बेलिस अंतराष्ट्रीय कोचिंग में बड़ा नाम हैं. वे 2015 से 2019 तक इंग्लैंड के कोच रह चुके हैं. 2019 का वनडे विश्व कप इंग्लैंड उन्हीं की कोचिंग में जीता था. 2007 से 2011 तक वे श्रीलंका के कोच थे. श्रीलंका ने 2011 वनडे का फाइनल उन्हीं की कोचिंग ने खेला था. आईपीएल में केकेआर ने 2012 और 2014 का खिताब बेलिस की कोचिंग में ही जीता था. 2020 और 2021 में वे एसआरएच के भी कोच रहे. वे बीबीएल में भी कोचिंग कर चुके हैं. इन सफलताओं को वे पंजाब किंग्स के साथ नहीं दुहरा सके. आईपीएल 2023 में पंजाब 8 वें और आईपीएल 2024 में 9 वें नंबर पर रही. इन दो सालों में पंजाब किंग्स के खिलाड़ियों की क्षमता का भरपूर उपयोग न कर पाना और उनका संयोजन न कर पाना बेलिस की बड़ी असफलता है. इसी वजह से पंजाब अगले सीजन से पहले उनसे नाता तोड़ सकती है.
ये तीन नाम कोच पद की रेस में
रिपोर्टों के मुताबिक पंजाब किंग्स आईपीएल 2025 में किसी भारतीय कोच की तलाश में है. पंजाब किंग्स का अबतक का जो श्रेष्ठ प्रदर्शन रहा है वो 2014 में रहा है. तब टीम फाइनल में पहुंची थी. उस समय कोच संजय बांगड़ थे. फिलहाल बांगड़ टीम के निदेशक पद पर हैं. जो तीन नाम पंजाब किंग्स के कोच पद के लिए रेस में हैं वे आशीष नेहरा, वीरेंद्र सहवाग और सुरेश रैना. आशीष नेहरा के गुजरात टाइटंस से अलग होने की खबरें हैं और उनकी गुजरात के साथ सफलता को देखते हुए पंजाब की वह पहली पसंद हो सकते हैं. वीरेंद्र सहवाग पूर्व में टीम के मेंटर रह चुके हैं. इसलिए उनका नाम भी चर्चा में है. तीसरा और सबसे चौंकाने वाला नाम सुरेश रैना का है. रैना ने अभी तक कोचिंग नहीं की है लेकिन उन्हें टी 20 एक्सपर्ट माना जाता है. वे अभी सीनियर लीग में खेलते भी हैं. इसलिए वे भी बतौर कोच एक बेहतर विकल्प हैं.